क्या सांप इच्छाधारी होता है, क्या उसके पास होती है नागमणि, जानिए सब कुछ यहाँ…
आपने कई फिल्में देखी होंगी। जिसमें आदमी सांप का रूप ले लेते हैं। मुम्बई फिल्म इंडस्ट्री मूवी से लेकर हॉलीवुड मूवी तक। जिसमें फिल्मों में इच्छाधारी सांप को लेकर भिन्न-भिन्न तरह के दावे किये जाते हैं। हालांकि वो हकीकत है या फसाना, इसके बारे में लोगों की भिन्न-भिन्न राय है। इसके अतिरिक्त आपने बचपन में जरूर सुना होगा कि चंदन के पेड़ पर सांप चिपके रहते हैं। इसके पीछे भी अपने कई तर्क सुने होंगे। जैसे चंदन का पेड़ शीतलता देता है। इसलिए सांप इस पेड़ पर चिपके रहते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इच्छाधारी नागिन और नागमणि होना एक सच्चाई है? क्या वास्तव में चंदन के पेड़ पर सांप लिपटे होते हैं? तो चलिए इन्हीं प्रश्नों का उत्तर इस रिपोर्ट में जानते हैं।
अयोध्या के ज्योतिष पंडित कल्कि राम ने कहा कि इच्छाधारी नाग नागिन की कहानी अक्सर सुनी जाती है। हालांकि सर्प की उम्र 1000 साल तक बताई गई है। जब कोई सर्प 1000 उम्र तक किसी को काटता नहीं है और विष जब इकट्ठा हो जाता है, तो वह विषमड़ी के रूप में परिवर्तित हो जाता है। उसके बाद वह सर्प इच्छाधारी नाग हो जाता है। इसके अतिरिक्त चंदन के पेड़ पर सर्प इस वजह से रहता है क्योंकि चंदन के पेड़ में शीतलता रहती है।
क्या सच में होते हैं इच्छाधारी नाग-नागिन?
हिन्दू मान्यताओं के साथ-साथ अन्य कई धर्मों में ऐसे सांपों का जिक्र मिलता है, जो आधे इंसान-आधे सांप हों, या फिर अपनी ख़्वाहिश के मुताबिक कभी सांप या कभी आदमी का रूप ले सकते हैं। हालांकि, उनका अस्तित्व लोगों की मान्यताओं पर टिका है। साइंस के हिसाब से ये पूरी तरह काल्पनिक है। इस दुनिया में कभी आदमी या सांप एक दूसरे का रूप नहीं ले सकते।
आखिर चंदन के पेड़ से क्यों लिपटे रहते हैं सांप
अब आपके मन में यह प्रश्न चल रहा होगा कि क्या वास्तव में चंदन के पेड़ पर सांप लिपटे होते हैं, तो इसको लेकर भी महाकवि रहीम ने एक दोहा लिखा है। जिसमें उन्होंने बोला कि ‘जो रहीम उत्तम प्रकृति, का करि सकत कुसंग… चंदन विष व्यापत नहीं, लपटे रहत भुजंग’ अर्थात जो आदमी अच्छे स्वभाव का होता है,उसे बुरी संगति भी बिगाड़ नहीं पाती जैसे ज़हरीले सांप चन्दन के वृक्ष से लिपटे रहने पर भी उस पर कोई ज़हरीला असर नहीं डालता। इस लाइन का अर्थ अलग है, पर इसमें जो लाइन इस्तेमाल की गई कि ‘चंदन विष व्यापत नहीं, लपटे रहत भुजंग’… इससे पता लगता है कि सांप चंदन के पेड़ से लिपटे रहते हैं। सांप के चंदन के पेड़ पर चिपके रहने का कारण क्या शीतलता है? तो चलिए उस प्रश्न का भी उत्तर जानते हैं।
होती है जबरदस्त सूंघने की शक्ति
ऐसा बोला जाता है कि सांप अक्सर चंदन के पेड़ को अपना ठिकाना बनाते हैं। सांप सिर्फ़ चंदन ही नहीं, रजनीगंधा या चमेली जैसे कई खुशबूदार पेड़ों पर या उसके आसपास रहते हैं। ये पेड़ खूब खुशबूदार होते हैं। ऐसा माना जाता है कि इन पेड़ों की खुशबू सांपों को काफी पंसद आती है। साइंस ये प्रमाणित कर चुकी है कि सांपों में जबरदस्त सूंघने की शक्ति होती है। ये न सिर्फ़ अपने नोस्ट्रिल्स से बल्कि जीभ के ऊपरी हिस्से से भी सूंघ सकते हैं। सांप चंदन या चमेली के पेड़ तक सूंघकर ही पहुंच जाते हैं।