जेडीयू और राजद के नेताओं ने मिलकर संभावित जदयू प्रत्याशी देवेश चंद्र ठाकुर के खिलाफ खोला मोर्चा
पटना। इण्डिया अलायंस महागठबंधन में सीतामढ़ी लोक सभा सीट को लेकर टकराव गहराता जा रहा है। इस बार जेडीयू और राजद के नेताओं ने मिलकर संभावित जदयू प्रत्याशी देवेश चंद्र ठाकुर के विरुद्ध मोर्चा खोल दिया है। इसको लेकर सीतामढ़ी जिले के महागठबंधन के सभी विधायकों, पूर्व विधायकों एवं पूर्व सांसद ने अहम बैठक की है। कहा जा रहा है कि यदि शीघ्र की इस टकराव का निबटारा नहीं किया गया तो महागठबंधन के भीतर इसको लेकर खींचतान आगे बढ़ सकती है।
दरअसल, विधानपरिषद के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर की सीतामढ़ी सीट से दावेदारी के बाद विरोधी गुट एक्टिव हो गया है। पटना के एक बड़े होटल में टिकट की दावेदारी को लेकर बैठक हुई है। जिसमें जेडीयू नेता रंजू गीता, रामेश्वर महतो, राम कुमार शर्मा, राणा रणधीर, राज किशोर कुशवाहा सहित कई नेता उपस्थित रहे। इस मीटिंग में राजद से कब्बू खिरहर, सुनील कुशवाहा, अर्जुन राय सहित अन्य नेताओं की उपस्थिति रही।
बता दें कि सीतामढ़ी लोकसभा सीट से महागठबंधन ने अपना उम्मीदवार लगभग तय कर लिया है। बिहार विधान परिषद के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर ने दावा किया था कि उनको राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव और सीएम नीतीश कुमार ने चुनाव की तैयारी करने के लिए बोला है। देवेश ठाकुर ने यह भी बोला कि यदि किसी को इस बात से परेशानी है तो वो शीर्ष नेतृत्व से पुष्टि कर सकता है। लेकिन, इसके बाद से ही सीतामढ़ी के क्षेत्रीय नेताओं की ओर से विरोध भी किया जा रहा है।
गौरतलब है कि जब से बिहार विधान सभा के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर का नाम सीतामढ़ी उम्मीदवार के तौर पर सामने आया है तब से जिले के जदयू में भी विरोध के स्वर सामने आ रहे हैं। एक तरफ जदयू के पूर्व जिलाध्यक्ष राणा रणधीर सिंह चौहान दूसरी ओर पूर्व सांसद अर्जुन राय का खेमा खुलकर विरोध करना प्रारम्भ कर दिया है। वहीं देवेश चंद्र ठाकुर ने घोषणा किया है कि सीतामढ़ी से यदि मेरे अतिरिक्त महागठबंधन का कोई प्रत्याशी जीत गया तो मैं राजनीति से सन्यास ले लूंगा।