दर्शक नए अवतार में देख पाएंगे गोलघर का लेजर शो
पटना के ऐतिहासिक गोलघर में अब जल्द ही लोगों को लेजर शो देखने को मिलने वाला है। चार वर्ष से बंद गोलघर की रौनक अब जल्द ही वापस लौटने वाली है। दर्शकों के लिए नए अवतार में गोलघर का परिसर दिखने वाला है। यहां आने वाले दर्शक मौज मस्ती के अतिरिक्त अब परिसर में ही लजीज व्यंजनों का स्वाद भी चख सकते हैं। गोलघर परिसर में आने वाले विजिटर्स अब कॉफी, बर्गर, लिट्टी-चोखा, गोलगप्पा, मैगी सहित विभिन्न तरह के बिहारी और चाइनीज व्यंजनों का आंनद उठा पाएंगे।
इसके अतिरिक्त बच्चों का फेवरेट झूला मिक्की माउस के साथ-साथ चार और अतिरिक्त झूले लगेंगे। आपको बता दें कि गोलघर परिसर के रख-रखाव, संचालन और प्रवेश शुल्क की वसूली की जिम्मेदारी जननायक कर्पूरी ठाकुर स्मृति संग्रहालय को दी गई है। गोलघर की जिम्मेवारी मिलने के बाद जननायक कर्पूरी ठाकुर स्मृति संग्रहालय लोगों को बेहतर सुविधा देने के लिए प्रारूप तैयार कर रहा है। इसमें कैफेटेरिया और झूला के अतिरिक्त दो सौ की संख्या में विभिन्न प्रजाति के छोटे-बड़े पौधे लगाएं जाएंगे।
यह होगा खास
वाटर फाउंटेन को मरम्मत करके चालू किया जाएगा। परिसर में बैठने के लिए सिटिंग चेयर और टिकट काउंटर की संख्या बढ़ाई जाएगी। गोलघर आने वाले दर्शक परिसर के 75 प्रतिशत हिस्सों में घूम सकते हैं। इन चीजों के अतिरिक्त गोलघर के ऊपर चढ़ कर पटना का नजारा देखने के अतिरिक्त लेजर शो भी प्रारम्भ करने की योजना पर काम चल रहा है। करीब पांच वर्षों के बाद गोलघर का लेजर शो फिर से प्रारम्भ होने वाला है। नए रूप के साथ गोलघर का दीदार 22 मार्च को होने वाले बिहार दिवस के दिन से कर पाएंगे। इस दिन लोगों को लेजर शो दिखाया जाएगा।
इस दिन से लेजर शो भी होगा शुरू
इसके लिए संग्रहालय ने तैयारी प्रारम्भ कर दी है। सुबह 8 बजे से शाम 7 बजे तक कैफेटेरिया दर्शकों के लिए खुला रहेगा। आपको बता दें कि पूर्व में लगभग 45 मिनट के लेजर शो के जरिए यहां के लोगों को गोलघर और पटना का इतिहास दिखाया जाता था। 2013 में इसकी आरंभ हुई थी। छह वर्षों तक ठीक से शो चला, फिर 2019 में लेजर शो तकनीकी कारणों से बंद कर दिया गया था। आज की स्थिति में पर्यटक गोलघर के परिसर की सैर करते हैं