पूर्णिया का युवा अविनाश झा गंगाजल लेकर पैदल निकला अयोध्या के लिये
पूर्णिया : रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में सभी शामिल होना चाहते हैं। हर भक्त अपने ढंग से कुछ न कुछ समर्पित करना चाहता है। पूर्णिया का यह युवा भी धर्म और आस्था के प्रति अपने आप को पूर्ण समर्पित किया हुआ है। पूर्णिया का युवा अविनाश झा भी गंगाजल लेकर पैदल निकल चुके हैं। टेलीफोन पर अविनाश झा ने कहा कि उनकी यात्रा प्रारम्भ हो चुकी है। अभी 100 km यात्रा कर चुके हैं। प्रतिदिन 50 KM की यात्रा का लक्ष्य रखा हूं। आगे प्रभु श्रीराम की कृपा से 22 जनवरी को अयोध्या पहुंचेंगे।
बेटी के यहां खाली हांथ नहीं जाते, इसलिए गंगाजल लिया
अविनाश झा ने बोला किबेटी के घर खाली हाथ नहीं जाना चाहिए। इसलिए उन्होंने मनिहारी घाट गंगा नदी से पांच जनवरी को जल उठाकर श्रीराम के बलबूते अपनी यात्रा पर लगातार चल रहे हैं। साथ ही साथ उन्होंने बोला वो प्रतिदिन 50 किलोमीटर पैदल चल रहे है। आने वाले 22 जनवरी तक पहुँचने का कोशिश कर रहे है। उन्होंने बोला सीता माता मिथिला की बेटी है। बेटी के घर खाली हाथ नहीं जाना चाहिए। इसलिए वो अपने साथ मिथिला से गंगाजल लेकर जा रहा हैं। इस गंगा जल को ईश्वर श्रीराम जी की चौखट को धोकर उनके चरणों में अपने आप को पूर्ण समर्पित करेंगे।
अब तक 100 km की यात्रा कर चुके हैं
पूर्णिया सरसी के युवा अविनाश झा कहते हैं कि वह 5 जनवरी को मनिहारी गंगा घाट से मिथिला के गंगाजल को अपने साथ 1 लीटर गंगाजल लेकर अयोध्या जा रहे हैं। इस गंगाजल को ईश्वर श्रीराम की जन्मभूमि के चौखट को धोने की आशा और आशा कर रहे हैं। उन्होने बोला कि 22 जनवरी को अयोध्या पहुचेंगे। उन्होंने बोला कि आज सोमवार तक 100 किलोमीटर से अधिक पैदल यात्रा कर यात्रा पर लगातार चल रहे हैं।
पूर्व में 12 ज्योतिर्लिंग और चारों धाम की कर चुके हैं यात्रा
अविनाश झा ने पहले भी कई बार सनातन धर्म की महत्ता को बतलाने लेकर कई हजार km की पैदल यात्रा कर चुके हैं। वह17000 किलोमीटर चलकर 12 ज्योतिर्लिंग और चारों धाम की यात्रा कर चुके हैं। इसके साथ नवरात्रा में नौ दिन सीने पर कलश रखकर इस मुश्किल व्रत को पूरा किया। अविनाश झा पूर्णिया सरसी के रहने वाले हैं। पिछले दो दिन पहले मनिहारी से गंगाजल लेकर अयोध्या के लिए पैदल यात्रा पर निकले हैं। उन्होंने बोला वो रोजाना 50 किलोमीटर पैदल यात्रा से चलकर 22 जनवरी को अयोध्या पहुचंगे।