बिहार में शिक्षकों की 15 हजार सीटें रह जाएंगी खाली, दूसरे चरण में 1.22 लाख रिक्तियों पर 94 हजार का चयन
बिहार में शिक्षकों की नियुक्ति के लिए 2023 में बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) के माध्यम से दो बार नियुक्ति परीक्षा आयोजित की गई। पहले चरण के चयनित शिक्षकों ने सहयोग कर दिया। वहीं दूसरे चरण की परीक्षा के बाद परिणाम जारी किया गया और अभी काउंसलिंग जारी है। दूसरे चरण के शिक्षकों को 13 जनवरी को नियुक्ति पत्र दिया जाएगा। दो बार नियुक्ति परीक्षा होने के बाद भी अभी राज्य में शिक्षकों की सीटें खाली रह गई है। बता दे कि दूसरे चरण की शिक्षक नियुक्ति में कुल एक लाख 22 हजार पदों पर भर्ती होनी थी लेकिन करीब 94 हजार अभ्यर्थियों का चयन हुआ है। इसके बाद करीब 14,762 शिक्षकों के पद खाली ही माने जाएंगे।
14,762 पद रिक्त रह जा रहे
दरअसल, इन 14,762 रिक्तियों पर उन अभ्यर्थियों का चयन हुआ है, जिनका चयन किसी अन्य रिक्त पद के लिए भी हो चुका है। सैकड़ों की संख्या में ऐसे कई अभ्यर्थी हैं, जिनका चयन एक से अधिक विद्यालयों के रिक्त पदों के लिए हुआ है। नियमानुसार कोई भी चयनित विद्यालय अध्यापक सिर्फ़ एक ही विद्यालय में सहयोग दे सकता है, इसलिए करीब 14,762 पद रिक्त रह जा रहे हैं। आनें वाले शिक्षक नियोजन में इन रिक्तियों को समाहित किया जा सकता है।
94 हजार विद्यालय अध्यापकों का चयन
जानकारी के अनुसार बिहार लोक सेवा आयोग ने राज्य में लगभग 94 हजार विद्यालय अध्यापकों का चयन किया है। इसमें करीब 11 हजार नियोजित शिक्षकों का चयन विद्यालय अध्यापक के रूप में हुआ है। नियोजित शिक्षक यदि नया सहयोग देते हैं, तो उतने ही पद फिर भरने होंगे। अभी राज्य में दूसरे चरण में चयनित शिक्षकों की जिला मुख्यालयों पर चल रही काउंसलिंग औपचारिक तौर पर बुधवार को समाप्त हो जायेगी। इसमें तीन हजार से अधिक पहले चरण में चयनित अभ्यर्थी भी शामिल हैं।
73,300 शिक्षकों की काउंसिलिंग पूरी
सूत्रों के अनुसार काउंसलिंग के दौरान मंगलवार तक 73,300 विद्यालय अध्यापकों की काउंसलिंग पूरी हो चुकी है। आखिरी दिन का आंकड़ा आना बाकी है। जिनका काउंसेलिंग में चयन हुआ है, उन्हीं में से 25 हजार विद्यालय अध्यापकों को पटना स्थित गांधी मैदान में तदर्थ नियुक्ति पत्र के लिए बुलाया जा रहा है।
13 जनवरी के बाद टीआर-टू का सप्लीमेंट्री परिणाम आयेगा। सूत्रों की मानें, तो बीपीएससी में दूसरे चरण की शिक्षक नियुक्ति काउंसेलिंग प्रक्रिया पूरी होने के बाद रिक्त रह गये लगभग 12 हजार पद आये हैं। इनमें लगभग 10 हजार वैसे पद हैं, जो मल्टीपल परिणाम देने के कारण रिक्त हुए। विदित हो कि दूसरे चरण की शिक्षक नियुक्ति में 17 हजार मल्टीपल परिणाम दिए गए थे, जिनमें से कई ऐसे अभ्यर्थी थे, जो तीन-तीन पदों पर एक साथ चयनित किए गए थे।
इसके साथ-साथ कुछ ऐसे अभ्यर्थी भी थे जिन्होंने दूर के जिले में पदस्थापना के कारण सहयोग नहीं दिया। हालांकि, रिक्ति आ जाने के बावजूद 13 जनवरी तक पूरक परिणाम नहीं दिया जायेगा, क्योंकि 13 जनवरी तक दूसरे चरण की शिक्षक नियुक्ति परीक्षा में असफल रह गये अभ्यर्थियों से विरोध ली जा रही है। इस प्रक्रिया के पूरी होने के बाद ही पूरक परिणाम दिया जायेगा।
हर वर्ष आएगी शिक्षकों की वैकेंसी
बिहार में अब हर वर्ष शिक्षकों की नियुक्ति के लिए बीपीएससी के माध्यम से परीक्षा आयोजित की जाएगी। बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा जारी वार्षिक कैलेंडर के मुताबिक हर साल अगस्त महीने में शिक्षकों की नियुक्ति परीक्षा होगी।
बदल गया नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम का समय
दूसरे चरण की शिक्षक नियुक्ति में चयनित उम्मीदवारों को 13 जनवरी को अब पटना के गांधी मैदान में दोपहर 12 बजे नियुक्ति पत्र दिये जायेंगे। प्रस्तावित बीपीएससी टीआरइ -टू और वन में चयनित विद्यालय अध्यापकों का नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम का समय बदल गया है। अब दोपहर बाद तीन बजे प्रारम्भ होने वाला यह कार्यक्रम अब दोपहर 12 बजे से प्रारम्भ होगा। इस कार्यक्रम में सीएम नीतीश कुमार शिरकत करेंगे। इस कार्यक्रम में भागीदारी के लिए 25 हजार विद्यालय अध्यापक भागीदारी करेंगे।
नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम की तैयारियों के लिए पटना डीइओ को जिम्मेदारी
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम की तैयारियों के लिए प्रमंडलीय कमिश्नर की अध्यक्षता में अहम बैठक बुधवार को आयोजित की गयी। बैठक में कार्यक्रम का समय बदलने की की बात कही गयी। इस बैठक में शिक्षा विभाग के वरिष्ठ पदाधिकारी भी उपस्थित रहे। नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम के समय में परिवर्तन के पीछे मौसम भी संभव है। गौरतलब है कि बैठक की तैयारियों के लिए पटना डीइओ को आधिकारिक तौर पर अधिकृत किया गया है। वे शिक्षा विभाग और प्रशासनिक अफसरों की राय से आयोजन की तैयारियों को फाइनल टच देंगे।