यहां मिलता है सबसे स्वादिष्ट छोले-भटूरे, खाने वालों की लगी रहती है लाइन
बिहार में फास्ट फूड के शौकीनों कोई कमी नहीं है। हर चौक-चौराहे पर लगने वाले फास्ट फूड स्टॉल पर आपको भीड़ दिख जाएगी। फास्ट फूड खाने के शौकीन लोग अपना पसंदीदा आइटम तलाश हीं लेते हैं, चाहे उनको दूर भी जाना क्यों ना पड़े।खाने के शौकीन अपने पसंदीदा भोजन की तलाश में लगे रहते हैं।
यदि आप सुपौल में है और फास्ट फूड आइटम में छोले-भटूरे खाने की खोज रहे हैं तो गोकुल स्वीट्स आपके लिए बेहतर डेस्टिनेशन साबित हो सकता है। यहां का छोले-भटूरे बेहतरीन एवं टेस्टी होता है। छोले-भटूरे के चलते यह दुकान जिलेभर में मशहूर हो चुका है। सुबह से दोपहर तक छोले-भटूरे खाने वालों की भीड़ लगी रहती है।यहां के छोले भटूरे के लोग इतने दीवाने हैं कि दूर-दूर से आकर लंबे समय तक इसके लिए प्रतीक्षा करते हैं। खास बात यह है कि यहां दोपहर तक ही आपको छोले-भटूरे खाने को मिलेगा।
दोपहर 2 बजे तक हीं खिलाते हैं छोले-भटूरे
गोकुल स्वीट्स के संचालक सूरज कुमार बताते हैं कि पिछले चार वर्ष से लोगों को छोले-भटूरेखिलाते आ रहे हैं। इसके अतिरिक्त मिठाई के लिए भी लोग दूर-दूर से आते हैं। इस दुकान में बने छोले-भटूरेखाने प्रतिदिन 400 से अधिक ग्राहक आते हैं। इसके लिए चार मजदूर अहले सुबह से तैयारी में जुट जाते हैं। औसतन प्रतिदिन 18 हजार रुपए की छोले-भटूरेकी बिक्री हो जाती है। इस दुकान में छोले-भटूरे खाना है तो आपको सुबह 8 से लेकर दोपहर 2के बीच में ही आना होगा। इसके बाद बना बंद हो जाता है।
45 रुपए में खिलाते हैं भरपेट छोले-भटूरे
सूरज कुमार बतातें है कि लोगों के स्वास्थ्य को देखते हुए हेल्दी छोले-भटूरे बनाने के लिए बेहतर क्वालिटी का रिफाईंन ऑयल यूज करते हैं। बेहतर खाना बनाने वाले कारीगर छोले-भटूरे बनाते हैं। ग्राहकों को छोला, पनीर, सलाद एवं अचार के साथ दो पीस छोले-भटूरेदिया जाता है। ग्राहकों को देखते हुए सिर्फ़ 45 रुपए में परोसा जा रहा है। जिसे खाकर लोगों का पेट भर जाता है।