सगे साले ने बहनोई को फंसाने के लिए रची खूनी साजिश, जानें पूरा मामला
सीतामढ़ी। क्या आप विश्वास कर सकते हैं कि सगा साला बहनोई को फंसाने के लिए खूनी षड्यंत्र रच सकता है। षड्यंत्र भी वैसी जिसमें बहन भी शामिल हो और सगा भाई ही बहन को गोली मार सकता है, जिसमें जान जाने की भी नौबत आ सकती है। जीजा को फंसाने के लिए षड्यंत्र का ये मुद्दा बिहार के शिवहर से जुड़ा है जिसका पुलिस ने भंडाफोड़ किया है। पुलिस के हाथ जब आरोपियों के गिरेबां तक पहुंची तो न केवल षड्यंत्र पर पर्दा उठ गया बल्कि सभी आरोपियों ने स्वयं ही गुनाह को कबूल किर लिया।
शिवहर पुलिस ने तीन दिनों के भीतर ही इस मुद्दे का खुलासा करते हुए सभी आरोपियों को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया। SDPO अनिल कुमार ने कहा कि तीन दिन पहले शिवहर के तरियानी थाना क्षेत्र के वरईया गांव में साला ने बहनोई को फंसाने के लिए बहन को गोली मार दी थी जिसके बाद उसे हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। पुलिस ने इस मुद्दे की जब जांच की तो कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आये। एसडीपीओ अनिल कुमार ने कहा कि काजल कुमारी को उसका पति अपने साथ नहीं रखना चाहता था जिसके लिये काजल के परिजनों ने मुकदमा दर्ज कराया था।
केस सुलह करने और काजल को उसके पति के साथ रखने के लिय दबाव बनाने के लिए ही ये सारा कुछ किया गया। इस दौरान सगे भाई ने बहन को अपने हाथों गोली मार दी और इल्जाम अपने बहनोई पर जड़ दिया। पुलिस ने इस मुकदमा में भाई-बहन समेत 6 को अरैस्ट किया है। भाई बहन ने मिलकर पूरी घटना की षड्यंत्र को अंजाम दिया था। एसडीपी ने कहा कि अरैस्ट अभियुक्तों के नाम रितिक रोशन उर्फ रोशन कुमार, काजल कुमारी, विक्रम कुमार, रविरंजन कुमार, चंदन कुमार और राजन कुमार है।
सभी को अरैस्ट कर कारावास भेज दिया गया। अरैस्ट अभियुक्तों के पास से पुलिस ने 2 पिस्टल, 01 अर्धनिर्मित सिक्सर, 9 जिंदा कारतूस, 16 खोखा, 04 मोबाइल, 01 ब्लेड और 01 मोटरसाइकिल भी बरामद किया है। एसडीपीओ अनिल कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पूरी घटना की दी जानकारी। मौके पर तरियानी थाना अध्यक्ष कमलेश कुमार, इंस्पेक्टर अभय सिंह, एसआई उपेंद्र कुमार और अन्य उपस्थित थे।