मिश्रवलिया घाट से जल भर कर औरंगाबाद देव सूर्य कुण्ड के लिए लोग हुए रवाना

बक्सर के मिश्रवलिया घाट से टैंकर में जल भर कर औरंगाबाद के देव सूर्य कुण्ड के लिए लोग रवाना हुए है.बक्सर के उत्तरायणी गंगा का जल औरंगाबाद के देव सूर्य कुंड में डाला जायेगा.जहां चारदिवसीय लोक आस्था का महापर्व चैती छठ पूजा मे व्रती स्नान करने के साथ भगवान मीडिया को अर्घ्य देने काम करंगे.बक्सर से गंगाजल को औरंगाबाद भेजने वाले चिलहरी गांव निवासी कतवारू सिंह ने बताया कि विगत कई वर्षों से उनके द्वारा पतित पावनी गंगा का पवित्र जल छठ पर्व में इसी तरह टैंकर से औरंगाबाद के देव भेजा जाता रहा है.
देश के कोने-कोने से पहुंचते हैं लोग
बता दे कि बिहार का महान चार दिवसीय पर्व नहाय-खाय के साथ शनिवार को शुरू हो गया है.ऐसे में सभी जगहों पर भक्तिमय महौल बना हुआ है.वही दुसरीं तरफ औरंगाबाद में देव सूर्य मंदिर पर छठ करने का अपना एक अलग ही महत्व है.जहां राष्ट्र के कोने कोने से लोग छठ करने के लिए पहुंचते है.जिसके लिए बक्सर सदर प्रखंड स्थित मिश्रवलिया घाट पर बड़े ट्रक वाले टैंकर में ट्रैक्टर पम्प सेट के सहारे तकरीबन 12 हजार लीटर गंगाजल भरा गया. नदी में प्लेटफार्म बनाया गया है.जिसके कारण बड़ा से बड़ा ट्रक भी सरलता से घाट तक पहुंच जाता है.साथ है मिश्रवलिया के पास गंगा नदी उत्तर दिशा की तरफ घूम गई है.वैसे में.उत्तरायणी गंगाजल का अपना एक अलग ही महत्व है.
औरंगाबाद के देव सूर्य नरायण सेवा समिति के सदस्य मनीष पाठक से बात की गई तो उन्होंने बोला कि 2017में पहली बार देव कुंड की सफाई की गई थी.जिसके बाद गंगाजल मंगाकर तालाब में मिलाया गया था.तभी से यह शिलशिला शुरू है.उसके साथ ही 2017से यहां छठ महापर्व पर भव्य गंगा आरती की जाती है.जिसके लिए भी टैंकर से गंगा जल मंगाकर इस कुंड में मिलाया जाता है.जिसके बाद ही बनारस की तर्ज पर यहां गंगा आरती की जाती है.आज पानी पहुंचते ही सूर्य देव कुण्ड में मिलाया जाएगा.उसके बाद चारो तरफ 11हजार दिया दीप जला भव्य गंगा आरती की जाएगी.उन्होंने बताया कि बिहार में देव सूर्य मंदिर और सरोवर के प्रति लोगों का विशेष आस्था है.यहां हर वर्ष छठ पूजा पर श्रद्धालुओं की काफी भीड़ उमड़ती है.