अनिल अग्रवाल भारत के सबसे अमीर व्यक्तियों में से एक, पसंदीदा व्यंजन लिट्टी-चोखा

पटना। राष्ट्र और दुनिया में ऐसे कई अरबपति बिजनेसमैन हैं जो अकूत संपत्ति होने के बावजूद अपनी जड़ों से हमेशा जुड़े रहते हैं। वेदांता ग्रुप (Vedanta Group) के फाउंडर और चेयरमैन अनिल अग्रवाल (Anil Agarwal) भी कई मौकों पर यह बताने की प्रयास की है। सफल होने के बाद भी अग्रवाल कभी बिहार को नहीं भूलते। हाल ही में उन्होंने बोला कि उनका पसंदीदा व्यंजन बिहार का लिट्टी-चोखा है।
खास बात यह है कि 1.98 लाख करोड़ की कंपनी चलाने वाले अनिल अग्रवाल औद्योगिक तौर पर पिछड़े माने जाने वाले राज्य बिहार से आते हैं। फोर्ब्स के अनुसार उनकी निजी संपत्ति 16,400 करोड़ रुपये है। उनके परिवार की कुल संपत्ति 32000 करोड़ रुपये से अधिक है। अब इनका कारोबार हिंदुस्तान के साथ ही दुनिया के अनेक दूसरे राष्ट्रों में भी है।
ट्विटर पर अग्रवाल के 1,63,000 से अधिक फॉलोअर्स हैं। वह अपने एकाउंट पर मोटिवेशनल वीडियो शेयर करते हैं। पिछले सप्ताह उन्होंने प्यारे लिट्टी चोखा के साथ एक फोटो शेयर की थी। हाल ही में बिहार दौरे पर आए अनिल अग्रवाल ने अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा, ”कहते हैं घर वहीं है, जहां तेरा दिल है… मेरा दिल, मेरा बचपन, मेरा सब कुछ इस खाने की थाली में है। मुझे हाल ही में उन गलियों में वापस जाने का मौका मिला, जहां मैं बड़ा हुआ था… और सबसे पहले मैंने लिट्टी को धनिया चटनी और बैगन चोखा के साथ खाया।”
आपके शहर से (पटना)
अनिल अग्रवाल ने पटना में बिताया था अपना बचपन
जीवन के 75 बसंत पूरा करने वाले अनिल अग्रवाल का बचपन बिहार की राजधानी पटना में व्यतीत हुआ है। उनका जन्म 1954 में बिहार के पटना में एक मारवाड़ी परिवार में हुआ था। इस बड़े उद्योगपति की पढ़ाई पटना के एक सरकारी स्कूल मिलर हाई स्कूल से ही हुई है। अनिल अग्रवाल के पिता द्वारका प्रसाद अग्रवाल एलुमिनियम कंडक्टर के छोटे व्यवसायी थे। अनिल अग्रवाल ने आरंभ में अपने पिता के बिजनेस में भी हाथ बंटाया। युवावस्था में प्रवेश करते ही वे नयी संभावनाओं की तलाश में मुंबई चले गए थे।
मुंबई में प्रारम्भ किया था मेटल स्क्रैप का कारोबार
अनिल अग्रवाल ने मुंबई जाकर मेटल स्क्रैप का कारोबार प्रारम्भ किया था। इस व्यवसाय के जरिए वे आगे बढ़ते गए और नयी कंपनियों का अधिग्रहण करते गए। अब इनका कारोबार हिंदुस्तान के बाहर भी कई राष्ट्रों में है। अनिल अग्रवाल हाल के दिनों में सेमी कंडक्टर प्रोडक्शन प्राेजेक्ट की वजह से चर्चा में आए।