गोपालगंज किसानों की आय बढ़ाने के लिए सरकार चला रही इन योजनाओ को

गोपालगंज। किसानों की आय बढ़ाने के लिए गवर्नमेंट कई योजनाएं चला रही है। इन योजनाओं का फायदा उठाकर किसान अपनी आमदनी बढ़ाने के साथ ही इससे अच्छा फायदा भी काम सकते हैं। इन्हीं योजनाओं में से एक मछली पालन भी है। इस योजना के अनुसार किसानों को मछली पालन के लिए गवर्नमेंट की ओर से आर्थिक सहायता की भी प्रबंध है। मछली पालक किसान सरकारी योजना का फायदा लेकर इस व्यवसाय की आरंभ फायदा कमा सकते हैं।
आज आपको गोपालगंज के एक ऐसे मछली पालक युवा किसान से मिलाने जा रहे हैं जो कुछ ही महीने में मछली पालन के जरिए बेहतर फायदा कमा रहे हैं। वो मछली पालन कर एक सीजन में 10 से 12 लाख का फायदा कमा रहे हैं। हम बात कर रहे हैं गोपालगंज जिला मुख्यालय से लगभग दस किलोमीटर की दूरी पर स्थित डूमरिया गांव के किसान राजू कुमार राय की। जिन्होंने मछली पालन व्यवसाय को अपनी आजीविका का साधन बनाने के साथ ही फायदा कमा कर क्षेत्रीय लोगों को रोजगार भी उपलब्ध करा रहे है।
सात एकड़ तालाब में राजू कर रहे हैं मछली पालन
किसान राजू कुमार राय से ने बताया कि पहले उनके पिता मछली पालन का काम करते थे। हालांकि पिताजी एक से दो एकड़ में हीं मछली पालते थे। राजू ने बताया कि पिता के व्यवसाय को हीं आगे बढ़ाने का फैसला है। अधिक मात्रा में मछली पालने के लिए तालाब की आवश्यकता पड़ी तो पांच एकड़ में तालाब खुदवाया। अब सात एकड़ में मछली पालन कर रहे हैं। राजू ने बताया कि गोपालगंज जिला में उनसे बड़े पैमाने पर मछली पालक कोई नहीं है। राजू ने बताया कि टीएमसी प्रजाति की सभी मछली को तैयार करते हैं। जिसमें रेहू, नैनी, कतला, ग्रास कार्प, कमल कार्प, सिल्वर कार्प सहित अन्य मछलियों का उत्पादन कर रहे हैं।
एक सीजन में 10 से 12 लाख तक फायदा कमा लेते हैं राजू
राजू कुमार ने बताया कि एक एकड़ में तीन हजार मछली के जीरा को डाला जाता है। जो लगभग 6 महीने में तैयार हो जाता हैं। इन तीन हजार मछलियों के जीरा से लेकर बड़े होने तक में लगभग सात लाख खर्च हो जाता है। एक सीजन में लगभग 30 क्विंटल मछली एक साथ तैयार हो जाता है। वहीं राजू ने बताया कि मछली के व्यापारी से लेकर खुदरा विक्रेता तक उनके तालाब पर पहुंचते हैं। जाल लागकर मछलियों को निकाला जाता है और बिक्री की जाती है। एक सीजन में 10 से 12 लाख तक की कमाई हो जाती है। मछली की देखभाल करने के लिए चार लोगों को मासिक वेतन पर रोजगार भी दिया है। राजू गोपालगंलज जिला के सबसे बड़े मछली उत्पादक किसान के तौर पर अपनी एक अलग पहचान बना चुके हैं।