नाबालिग लड़की को भारत लाने के दौरान मानव तस्करों के बचाया चुंगल से
भारत-नेपाल बॉर्डर पर नेपाल की एक नाबालिग लड़की को हिंदुस्तान लाने के दौरान में मानव तस्करों के चुंगल से बचाया गया। एसएसबी के मानव स्मग्लर रोधी इकाई द्वारा स्मग्लर मोहम्मद वारिस अली नामक आदमी को पकड़ा गया।
एसएसबी इंस्पेक्टर मनोज शर्मा ने कहा कि जब बॉर्डर पर एक लड़की (15) और एक लड़के (26) को बॉर्डर क्रॉस करते देखा गया तो संदेह के आधार पर उन्हें रोककर पूछताछ की गई। पूछताछ में पता चला कि पुरुष नेपाल की नाबालिग लड़की को तीन चार-दिनों से घुमा रहा था।
संदिग्ध स्त्री द्वारा कराई गयी पहचान
बीरगंज की एनजीओ आफन्त से उक्त लड़की की काउंसलिंग कराई गई। जिसमें पता चला कि फेसबुक के माध्यम से एक स्त्री के द्वारा उस पुरुष से लड़की की दोस्ती कराई गई। दोस्ती के तीन महीने में ही नाबालिग लड़की को पुरुष अपने साथ ले जाने को तैयार कर लिया था।
मोहम्मद वारिस अली की जान-पहचान की एक संदिग्ध स्त्री का नाम भी खुलासा हुआ, जो नाबालिग लड़की को फंसाने के लिए सहायता कर रही थी। जब लड़की से पूछा गया कि उससे पहले कभी इसे लड़के से मिली थी तो उसने कहा की पहले उससे केवल मोबाइल पर ही वार्ता होती थी।
लड़के ने वार्ता करने के दौरान अपनी जान-पहचान वाली स्त्री से भी बात कराया था। स्त्री ने नेपाली लड़की से अच्छे से वार्ता की स्त्री ने कहा कि ये बहुत अच्छा लड़का है, इससे लव मैरिज कर तुम बहुत खुश रहोगी।
आरोपी पुरुष को किया गिरफ्तार
जब लड़के से पूछताछ की गयी तो लड़के ने कहा कि मै इसे तीन-चार दिन से ले कर घूम रहा था। विवाह करने के बारे में कुछ सोचा नहीं था। जब लड़की के घरवालों से बात की गयी तो उन्हें इस बात की कोई जानकारी नही थी की उनकी लड़की किसी लड़के के साथ जा रही है।
लड़की के घरवालों ने निवेदन किया कि उनकी लड़की को नहीं जाने दिया जाए। वे अपनी लड़की को लेने के लिए भारत-नेपाल सीमा पर आ रहे है। उसके बाद मोहम्मद वारिस अली पर प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए इनरवा प्रहरी चौकी बीरगंज नेपाल पुलिस को सौंप दिया गया।