मोहल्ला में हुई महिला की हत्या के मामले में एक नया मोड़ आया सामने
जहां रुका था, वहां के लोग दंपती समझ रहे थे दोनों को
आरोपी मोहन यादव चचेरी मौसी की मर्डर के बाद फरार हो गया है। आरोपी मोहन नगर में स्थित मकसूदन बैठा के मकान में मर्डर के दिन से पहले भी दो बार मकान में किराये में रहा था और दोनों बार अपनी चचेरी मौसी विमला देवी को ही पत्नी बता कर रखा था। मकान मालिक मकसूदन बैठा ने कहा कि इसके पहले आरोपी मोहन यादव 15 दिनों के लिए दो बार घर किराये पर लेकर रहा था। लेकिन, दोनों बार मेरी पत्नी के सामने वहीं महिला को लेकर आया और उसे अपना पत्नी कहा था। जिसकी आरोपी ने मर्डर ने मर्डर की थी। जब बच्चों के बारे में पूछताछ किया था तो आरोपी ने कहा कि दोनों बच्चे नानी के घर पर है।
विमला देवी का बेटा ले गया शव
शहर के रामपुर थानाध्यक्ष रवि कुमार ने कहा कि मृतका की पहचान हो गयी है। वह औरंगाबाद के सलैया रामपुर गांव के रहने वाली 35 वर्षीय विमला देवी के रुप में की गई है। इसके पति का नाम जगदीश यादव है। उसका 17 वर्षीय पुत्र छोटु कुमार मृतशरीर की पहचान कर ले गया।
पैसे के कारण तो मर्डर नहीं
पुलिस की मानें तो विमला के साथ मोहन यादव का गैरकानूनी संबंध था। वह गया शहर के मोहन नगर मोहल्ला में मृतका विमला को पत्नी बता कर पहले रखा था। विमला के मर्डर के बाद आरोपी का संबंध सामने आने के बाद पुलिसिया जांच का एंगल भी बदल गया है। अब पुलिस आरोपी की गिरफ्तारी के लिए लगातार संबंधित ठिकानों पर छापेमारी कर रही है, ताकि सच सामने आ सकें।