शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव ने गोपालगंज के थावे डायट में शिक्षकों के आवासीय प्रशिक्षण का किया निरीक्षण
गोपालगंज। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव ने गोपालगंज के थावे डायट में शिक्षकों के आवासीय प्रशिक्षण का निरीक्षण किया। यहां केके पाठक ने बोला कि नियोजित शिक्षक मन लगाकर बच्चों को पढ़ाएं, गवर्नमेंट ने उन्हे राज्यकर्मी का दर्जा देने के लिए घोषणा कर चुकी है, और जल्द ही राज्यकर्मी का दर्जा मिल सकता है। थावे डायट में शिक्षकों से अपर मुख्य सचिव ने फीडबैक लिया और उनसे पूछा कि पहले का प्रशिक्षण ठीक था या अब उन्हें जो प्रशिक्षण मिल रहा है, वह ठीक है।
केके पाठक से बात करते हुए शिक्षकों ने आवासीय प्रशिक्षण को उत्तम कहा और प्रशिक्षण से फायदा मिलने की बात कही। शिक्षकों की बातों को सुनने के बाद अपर मुख्य सचिव ने वर्ष में दो बार आवासीय प्रशिक्षण कराने का निर्देश दिया। अपर मुख्य सचिव ने डायट के एक-एक भवन का निरीक्षण किया, इसके बाद शिक्षकों को मिलनेवाली भोजन के बारे में निरीक्षण कर भी जानकारी ली।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में डायट के प्राचार्य अनुराग कुमार द्वारा अपर मुख्य सचिव को अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया। मौके पर उप विकास आयुक्त अभिषेक रंजन, जिला शिक्षा पदाधिकारी राजकुमार शर्मा, डीपीओ स्थापना जमालुद्दीन के अतिरिक्त शिक्षा विभाग के अनेक अधिकारी और शिक्षक प्रशिक्षण केंद्र (डायट) थावे के व्याख्याता और कर्मी उपस्थित रहें। यहां से निकलने के बाद अपर मुख्य सचिव पश्चिम चंपारण के लिए रवाना हो गए।
अपर मुख्य सचिव ने शिक्षा विभाग के ऑफिसरों के साथ बैठक में मिशन दक्ष पर अधिक बल दिया। उन्होंने बोला कि विद्यालयों में मिशन दक्ष के अनुसार कमजोर बच्चों को अलग से जरूर पढ़ाई जाए। बता दें कि मिशन दक्ष के अनुसार एक शिक्षक पांच बच्चों को पढ़ाते हैं। पांच बच्चों को शिक्षक अडॉप्ट कर उन्हें बेहतर शिक्षा दे रहे हैं। शिक्षा विभाग द्वारा जारी निर्देश में बोला गया कि इस मिशन की कामयाबी और असफलता के लिए सभी प्रारंभिक और माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों को उत्तरदायी माना जाएगा।