बिहार परिवहन विभाग अगले तीन वर्षों में ढाई हजार बसों की करेगा खरीद
पटना। बिहार में यात्री परिवहन की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। परिवहन विभाग अगले तीन सालों में करीब ढाई हजार बसों की खरीद करेगा। इसके लिए विभाग ने पूरी तैयारी कर ली है और इन बसों का परिचालन जल्द ही उन मार्गों पर होगा, जहां के लोग अब भी बसों की सुविधा के लिए दूर जाते हैं। बसों की खरीद कर पटना सहित राज्य के अन्य शहरों में इसका परिचालन प्रारम्भ किया जायेगा। अभी 500 से अधिक बसों का परिचालन हो रहा है, जिनमें लोगों को एक स्थान से दूसरी जगहों तक पहुंचना सरल हो गया है। ऑफिसरों के अनुसार इन बसों के आने से कई नये रूटों के लोगों को लाभ होगा और वह बस सेवा से सीधे जुड़ जायेंगे। इसके लिए जिलों से उन रूट का ब्योरा मांगा गया है, जहां इन बसों के लिए रूट तय हो सकें।
बिहार में बनेंगे 700 से अधिक नये बस टॉप
इस कारण परिवहन विभाग ने राज्य में नये 700 से अधिक बस स्टाप बनाने का फैसला लिया है। विभागीय समीक्षा में पाया गया है कि बसों की संख्या लगातार बढ़ रही है। ऐसे में आवागमन करने वाले लोगों के बस स्टाप की बहुत आवश्यकता है, ताकि लोग समय से ठीक स्थान से ठीक समय पर यात्री परिवहन की सुविधा ले सकें। इसको लेकर विभाग ने सभी जिलों से रिपोर्ट मांगी है, ताकि अहमियत के आधार पर नये बस स्टाप बनाये जा सकें।
शहरों से हटेंगे पुराने बस स्टाप
बिहार में बस स्टाप बनने से यात्रियों को सुविधा होगी। अभी शहरों में सिटी बस, ऑटो या अन्य यात्री परिवहन के रुकने का निश्चित स्थान कम है। कुछ स्थान पहले से बने हुए हैं, तो वहां पर गाड़ियां रुक नहीं पाती हैं। ऐसे सभी स्टाप भी हटाये जायेंगे और दूसरी जगहों पर शिफ्ट किये जायेंगे। इस काम को पूरा करने के लिए ऑफिसरों को नवंबर तक का समय दिया गया है। दिसंबर से नये और पुराने बस स्टाप को बनाने और हटाने का काम प्रारम्भ होगा।
यह होगी सुविधा
- – बस स्टाप पर दिव्यांगजनों के संपूर्ण सुविधाएं रहेंगी।
- – लाइटिंग, वाहन की संख्या और बसों के आने -जाने का समय लिखित रूप में रहेगा।
- – सीसी टीवी कैमरा, पुलिस कंट्रोल रूम का नंबर रहेगा।
ग्रामीण सड़कों पर दो सौ से अधिक नये बस स्टाप का होगा निर्माण
ग्रामीण सड़कों पर दो सौ से अधिक नये बस स्टाप का निर्माण होगा। विभाग के अनुसार राज्यभर में अगले तीन से अधिक सालों में ढ़ाई हजार से अधिक नये बसों का परिचालन प्रारम्भ करने का फैसला लिया है, जिसकी आरंभ हो गयी है। इस कारण से ग्रामीण इलाकों में बस स्पाट की संख्या बढ़ायी जायेगी। वहीं, शहरों में यात्री वाहनों को कहीं रोका जाता है और दिनभर जाम की स्थिति बन जाती है। इस जाम से मुक्ति के लिए स्थायी बस स्टाप बनाये जायेंगे।
कई रूटों पर बस की कमी
हाल के दिनों हुई समीक्षा बैठक में पाया गया कि अभी राज्यों में बसों की जरूरत कई रूटों पर है। विशेषकर उन रूटों पर गाड़ियां चल रही हैं, वहां यात्रियों के बीच परिवहन निगम की बसों की मांग अधिक है। समय पर चलने के साथ ही यात्रियों से मानक किराया वसूलने के कारण आम तौर पर निगम की बसों से लोगों को कोई कम्पलेन या कठिनाई नहीं होती है। यही कारण है कि अंतरराज्यीय बसों के साथ ही राज्य के बाहर भी बसों की मांग है। लोगों के बीच इसी दिलचस्पी को देखते हुए ही निगम ने तय किया है कि 25000 बसों की और खरीद की जाये।
पिछले वर्ष 200 बस की हुई थी खरीद
बसों की खरीद के लिए प्रशासनिक प्रक्रिया दो वर्ष से चल रही है। पिछले वर्ष दिसंबर में भी बसों की खरीद की गयी थी। ऑफिसरों के अनुसार इसको लेकर एक बैठक इस वर्ष मई में भी हुई, जिसमें उन एजेंसियों के भी अधिकारी शामिल हुए, जहां से बसों की खरीद होगी। खरीदी गयी इन बसों को उन मार्गों पर चलाया जायेगा, जहां इसकी मांग अभी सबसे अधिक है। साथ ही वैसे क्षेत्र जहां अभी निगम की बसें नहीं चल रही हैं। विभाग को भरोसा है कि पूर्व में चल रही बसों के अतिरिक्त नई बसों के आने से न सिर्फ़ लोगों को आने-जाने में सुविधा होगी, बल्कि निगम के आय में भी वृद्धि होगी। विभाग आने वाले समय में बसों की संख्या में और वृद्धि करेगा।