बांका के मंदार महोत्सव में बॉलीवुड कलाकारों ने बांधा समा
बिहार के बांका में मंदार महोत्सव का आगाज हुआ है। 14 जनवरी को तीन दिवसीय महोत्सव का आगाज हुआ है। यह 16 जनवरी तक चलेगा। प्रभारी मंत्री शाहनवाज आसम ने इसका उद्घाटन किया था। इसके बाद इसमें बालीवुड के कलाकारों ने शिरकत की है। चीन पार्श्व गायिका मधुश्री भट्टाचार्य के साथ कई कलाकार इसमें शामिल हुए। इन्होंने परफार्म भी किया। इसमें लोग जमकर झुमते हुए नजर आए है। शाम ढलने के बाद पदाधिकारियों ने भी जमकर आयोजन का लुफ्त उठाया है। सभी ने कार्यक्रम का भरपुर आनंद लिया है। संगीत प्रेमियों ने जमकर आनंद उठाया। अधिकारियो के साथ- साथ पब्लिक भी झुमते हुए नजर आई।
मेले में रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन
मेले में रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। लोग कार्यक्रम में थिरकते हुए नजर आए। मेले में रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। कलाकारों द्वारा मेले में बहुत बढ़िया प्रस्तुति दी जा रही है। कई बैंड के द्वारा भी प्रस्तुति दी गई है। संथाल नृत्य का भी आयोजन किया गया। इसके अतिरिक्त कृषि प्रदर्शनी भी लगाई गई है। कृषि के उत्पादों का स्टॉल लगाया गया है। छात्राओं ने स्वागत गान गाया। मंदार महोत्सव सह बौंसी मेला के बारे में बोला जाता है कि यह पूर्व बिहार का सबसे बड़ा मेला है। इसमें गवर्नमेंट की ओर से भी प्रबंध की गई है
शोभा यात्रा में निकली पांच प्रकार की झांकी
मंदार महोत्सव के दौरान कई पदाधिकारियों ने कार्यक्रम का आनंद उठाया है। एसडीएम अरुण कुमार, ओएसडी अमरेंद्र कुमार और जिला पर्यटन पदाधिकारी ने स्टेज पर कार्यक्रम का लुफ्त उठाया है। ऑफिसरों को देखकर पब्लिक भी जमकर झूमी है। यहां ऐतिहासिक मधुसूदन क्षेत्र में ईश्वर मधुसूदन की भव्य शोभा यात्रा निकाली गई। गाजे- बाजे के साथ यह यात्रा निकली। इसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। ईश्वर का रथ मंदिर से निकला। इस दौरान फूलों की वर्षा की गई है। भक्तों ने यहां ईश्वर का दर्शन किया है। क्षेत्रीय लोग शोभा यात्रा का हिस्सा बने। इसके लिए बढ़िया तैयारी भी की गई थी। पंडितों के द्वारा ईश्वर को गर्भ गृह से निकालकर गरुड़ रथ पर पहुंचाया गया। इनकी यहां विशेष पूजा की गई। इसके बाद यात्रा की आरंभ हुई थी। इस वर्ष यात्रा में पांच प्रकार की झांकी निकाली गई थी। यह लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र रहा। यहां सुरक्षा के भी पुख्ता व्यवस्था किए गए है।
महिला और पुरुष बल की हुई तैनाती
शोभा यात्रा के दौरान भक्तों ने ईश्वर का दर्शन किया। साथ ही ईश्वर को प्रसाद का भोग लगाया गया है। यहां काफी संख्या में स्त्री और पुरुष बल की तैनाती गई है। मेले में कई तरह के दुकान लगाए गए है। साथ ही सुन्दर झूले से मेले को सजाया गया है। यहां कई तरह के स्टॉल भी लगाए गए है। कारीगरों ने यहां सुन्दर मंच को तैयार किया है। कारीगर के द्वारा सुन्दर मॉडल बनाया गया है। मुख्य प्रवेश द्वार को भी कड़ी मेहनत के साथ तैयार किया गया है। लगभग एक सौ कारीगरों ने इसे तैयार किया है। करीब 1500 लोगों के बैठने की यहां प्रबंध की गई है। मेले में डीलक्स शौचालय है। इसकी साफ- सफाई भी की गई है। इसके अतिरिक्त पीएचईडी विभाग की ओर से अस्थाई शौचालय का निर्माण किया गया है। मेले में खेल और तमाशे का भी आयोजन हुआ है। एनडीआरएफ की टीम को भी यहां तैनात किया है। पापहरणी सरोवर पर भी सुरक्षा के कड़े व्यवस्था किए गए है। डीएम के आदेश के बाद सीढ़ियों के रंग रोगन भी की गई है