बिहार

दरभंगा एयरपोर्ट ने पहली बार कोई विमान रात के अंधेरे में किया टेकऑफ

दरभंगा सिमित संसाधन में नये नये कीर्तिमान गढ़नेवाला दरभंगा एयरपोर्ट ने एक और रिकार्ड काम किया है आजादी से पहले बने इस एयरपोर्ट पर पहली बार कोई विमान रात के अंधेरे में टेकऑफ किया है दोपहर बाद तीन बजे दिल्ली से दरभंगा की फ्लाइट लेट थी, लेकिन शाम पांच बजे के बाद रात के अंधेरे में जब यात्री दरभंगा एयरपोर्ट पर उतरे तो उनकी खुशियों का ठिकाना नहीं रहा दरभंगा एयरपोर्ट पर फ्लाइट रात में ना केवल लैंड किया बल्कि टेकऑफ भी लिया, जबकि इस एयरपोर्ट पर रात में लैंडिंग के लिए रोशनी की कोई प्रबंध नहीं है इसके बावजूद विशेष हालात में दरभंगा एयरपोर्ट पर रात को विमान उतरा उत्तर बिहार खास कर मिथिला के क्षेत्र के लोगों के लिए यह अपने आप में एक सुखद क्षण था रात को उतरे विमान के सफल लैंडिंग से यात्रियों के साथ साथ एयरपोर्ट के ऑफिसरों के बीच भी काफी खुशी देखी गई

पहली बार रात में उड़ा विमान

एयरपोर्ट के ऑफिसरों ने इसे बड़ी कामयाबी कहा है उन्होंने बोला कि राष्ट्र में संभवत: ऐसा पहली बार हुआ है जब अंधेरे में डूबे किसी रनवे पर सेवा विमान को उतारा गया है उन्होंने कहा कि ऐसा एयरफोर्स की ओर से विशेष परमिशन से संभव हो सका एयरपोर्ट ऑथरिटी आफ इण्डिया की राय पर एयरफोर्स से रात में विमान उतारने की अनुमति ली गयी उन्होंने बोला कि रात के अंधेरे में दिल्ली से स्पाइसजेट की फ्लाइट लगभग तीन घंटे लेट से 189 यात्रियों लेकर दरभंगा एयरपोर्ट पहुंची इसके बाद फिर 174 यात्रियों को लेकर दिल्ली के लिए रवाना भी हो गई लैंडिंग और टेकऑफ पूरी तरह सुरक्षित रहा अधिकारी ने कहा कि लैंडिंग और टेकऑफ की पूरी प्रक्रिया सैटेलाइट के माध्यम से संचालित हुआ

रनवे पर लाइटिंग के काम हो शीघ्र पूरा

दरअसल दिल्ली से दरभंगा की फ्लाइट को 3 बजकर 10 मिनट में दिल्ली से दरभंगा और 3 बजकर 40 मिनट में दिल्ली के लिये रवाना होना था, लेकिन फ्लाइट काफी लेट हो गयी फिर एयरपोर्ट अथॉरिटी और स्पाइस जेट ने यात्रियों की सुबिधा को लेकर अंधेरे में लैंड और टेकऑफ कामयाबी पूर्वक कराया इस रोमांचकारी यात्रा कर दरभंगा एयरपोर्ट पर उतरे यात्री माधव कुमार ने क्षेत्रीय पत्रकारों से बात करते हुए बोला कि यहां एयरपोर्ट पर चल रहे लाइटिंग के काम शीघ्र पूरा कर लेना चाहिए आज रात को विमान की लैंडिंग कराई गई इससे हम काफी खुश है रात को विमान उतरने की सुविधा होने से लोगों को काफी सहूलियत होगी इस संबंध में एक यात्री सुबोध कुमार ने बोला कि यह उत्तर बिहार के लिए बड़ी उपलब्धि है कि अब हमलोग रात को भी यहां के एयरपोर्ट से उड़ान भर सकेंगे और उतर सकेंगे

पहले भी रात में उतर चुका है विमान

उड़ान योजना के अनुसार 2018 में खुले दरभंगा एयरपोर्ट पर बेशक पहली बार रात अंधेरे में यात्रियों को लेकर विमान की लैंडिंग हुई है, लेकिन इस एयरपोर्ट के इतिहास में ऐसा पहली बार नहीं हुआ है दरभंगा एविएशन के पायलट रहे सुरेंद्र चौधरी बताते हैं कि 60 के दशक में इस एयरपोर्ट पर उन्होंने कई बार रात में विमानों की लैंडिंग करायी है उस समय रोशनी के लिए बड़े बड़े मशाल का इस्तेमाल किया जाता था एयर इण्डिया के एमडी के रूप में सेवानिवृत हुए कैप्टन सुरेंद्र चौधरी कहते हैं कि आज तकनीकी रूप से विमानन क्षेत्र काफी विकसित हो चुका है छह दशक पहले आज की तरह तकनीक नहीं थी उन्होंने बोला कि दरभंगा एविएशन का विमान रात में लैंडिंग जरुर करता था, लेकिन रात में टेकऑफ की यह घटना इस एयरपोर्ट पर संभवत: पहली बार हुआ है गौरतलब है कि दरभंगा एयरपोर्ट का निर्माण 1938 में मिथिला नरेश महाराजा कामेश्वर सिंह ने कराया था और 1962 तक यहां से दरभंगा एविएशन का सेवा विमान संचालित हुआ करता था 1962 में यह एयरपोर्ट भारतीय वायुसेना को सौंप दिया गया

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