बिहार सरकार के शिक्षा विभाग ने छुट्टियों में किया बड़ा फेरबदल
बता दें कि बिहार गवर्नमेंट के शिक्षा विभाग ने छुट्टियों में बड़ा फेरबदल किया है। शिक्षा विभाग द्वारा 2024 में प्रारंभिक, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों में पिछले वर्ष तक महाशिवरात्रि, रक्षाबंधन, जानकी नवमी, रामनवमी, जन्माष्टमी, तीज और जीउतीया पर होने वाली छुट्टी को रद्द कर दिया गया है। वहीं, ईद पर दो, मुहर्रम और बकरीद पर एक-एक छुट्टियां बढ़ बढ़ा दिया गया है। 2023 में रविवार को मिलाकर कुल 64 छुट्टियां थी। जबकि, 2024 में 60 छुट्टियां दी गई हैं।
बिहार के सभी उर्दू प्राथमिक, मध्य, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों में साप्ताहिक अवकाश शुक्रवार होगी। ये विद्यालय रविवार को खुलेंगे। मुसलमान बहुल क्षेत्र में स्थित विद्यालय शुक्रवार को साप्ताहिक अवकाश के लिए डीएम से अनुमति ले सकते हैं। बताया जा रहा है कि लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर ग्रीष्मावकाश की छुट्टी में बदलाव किया जा सकता है। इसके अतिरिक्त शिक्षा विभाग ने कठोर चेतावनी दी है कि किसी भी विद्यालय के प्रधानाध्यापक या प्रभारी प्रधानाध्यापक अपने स्तर से अवकाश घोषित करेंगे तो उनके खिलाफ विधिक कार्रवाई की जाएगी।
बीजेपी ने लगाया गंभीर आरोप
बीजेपी नेता सुशील मोदी ने बिहार गवर्नमेंट के छुट्टियों को लेकर लिए निर्णय का पुरजोर विरोध किया है। उन्होंने बोला कि, गवर्नमेंट द्वारा जारी कैलेंडर इस बात की गवाह है कि गवर्नमेंट हिंदुओं को बांटकर और मुसलमानों को खुश कर वोट साधने में जुटी हुई है। लेकिन सत्ताधारी भ्रम में हैं। इसका भारी विरोध होगा। ऐसा करने कोई औचित्य ही नहीं है। राम-कृष्ण-शिव अधिकतर हिन्दू समुदाय के आराध्य हैं। गवर्नमेंट इनके पूजा का मौका समाप्त करके अल्पसंख्यक समुदायों को बढ़ाना चाहती है। इसे कोई बर्दाश्त नहीं करेगा।