किसान इस योजना का लाभ लेकर आसानी से करे मुर्गी पालन
बेगूसराय: बिहार के किसान बसरा, झारसीम आदि मुर्गी पालन कर अच्छी कमाई कर रहे हैं। इन मुर्गी पालक किसानों का अक्सर रोना होता है कि बाजार में अच्छी मूल्य नहीं मिल पा रही है। इन दिनों 100 से 150 रुपए प्रति किलो के हिसाब से बिक रहा है। लेकिन अब बाजार में बढ़ते डिमांड को देखते हुए कड़कनाथ मुर्गी पालन पशुपालकों के लिए मुनाफे का सौदा साबित हो सकता है। स्वाद और औषधीय गुणों के चलते इस मुर्गे की मांग हर स्थान है।
इसकी कई वजह है, एक तो ये महंगा बिकता है, वहीं इसके रख- रखाव की लागत कम है। दूसरा ये कई रोंगों में भी लाभ पहुंचाता है। किसान अधिक मात्रा में इस मुर्गी का पालन करे, इसके लिए कृषि विज्ञान केंद्र ने कड़कनाथ मुर्गा प्रशिक्षण पटल प्रारम्भ की है। किसान इस योजना का फायदा लेकर सरलता से मुर्गी पालन कर सकते हैं।
कड़कनाथ मुर्गी पालन का केवीके से ले सकते हैं प्रशिक्षण
कड़कनाथ की विशेषता का अंदाजा इसी बात से लगा सकते है कि इसका नाम क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी से जुड़ा हुआ है। क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी साल 2021 से कड़कनाथ का पालन कर रहे है। इसका तस्वीर भी वो शेयर भी कर चुके हैं। बेगूसराय जिला के खोदावंदपुर कृषि विज्ञान केंद्र के कृषि वैज्ञानिक डाक्टर रामपाल ने कहा कि किसानों को मुर्गी पालन का प्रशिक्षण दिया जायेगा।
किसानों को 1 दिन का चिक 100 रुपए में मौजूद कराया जायेगा। किसान कड़कनाथ मुर्गी पालन के तकनीक को सीखने के लिए सोमवार से शुक्रवार तक किसी भी दिन कृषि विज्ञान केंद्र खोदावंदपुर आ सकते हैं।
कोलेस्ट्रॉल और फैट कम करने में है कारगर
कृषि वैज्ञानिक डाक्टर रामपाल ने कहा किकड़कनाथ मुर्गी के विशेषता की बात करें तो प्रोटीन अधिक मात्रा में पाया जाता है। इसके अतिरिक्त इसमें कॉलेस्ट्रोल और फैट बहुत कम होता है, जिसकी वजह से लोगों के बीच इसकी मांग अधिक है। इसके अतिरिक्त यह अन्य मुर्गियों से अलग होती है।
इसका मांस, खून, पंख और त्वचा सबका रंग काला होता है। बेगूसराय के बाज़ार में कड़कनाथ मुर्गी का एक अंडा 25 -35 रुपये में मिलता है। इसके अतिरिक्त इस मुर्गी का मांस भी लगभग 900-1000 रुपये किलो के हिसाब से मिलता है। ऐसे में पशुपालक इसका पालन कर अच्छा फायदा कमा सकते हैं।