Munger निर्माणाधीन एनएच-80 पर उड़ रही धूल राहगीरों, सड़क किनारे रह रहे लोगों को बना रही है बीमार
चिकित्सकों की मानें तो सड़क पर उड़ रही धूल से प्रत्येक दिन दस से 12 सांस और आंखों के रोगी उपचार के लिए पहुंच रहे हैं। क्षेत्रीय लोगों ने पानी छिड़काव कर सड़क बनाने की मांग की है। नौवागढ़ी में तो स्थिति काफी विकराल हो गई है। कई दुकानदारों ने तो अपने दुकानों में सामान मंगाना भी बंद कर दिया है। दुकानदारों का बोलना है कि दिन भर धूल उड़ाने का सिलसिला जारी रहता है, जिससे दुकान के अंदर भी धूल की परत जम गई है।
दुकानदारों ने दुकानों में लगाई प्लास्टिक सड़क पर उड़ती धूल से बचने के लिए कई दुकानदारों ने अपनी दुकान को प्लास्टिक लगा कर घेर दिया है। ताकि धूल अंदर नहीं आ सके। कभी-कभी धूल के कारण एनएच-80 भी लग जाता है। पयायत समिति सदस्य प्रतिनिधि नवल किशोर सिंह, राकेश मंडल, पंकज सिंह,मनोज साह, संजय चौधरी ने कहा कि पिछले चार हफ्ते से सड़क का निर्माण हो रहा है। इस दौरान उड़ने वाली धूल से लोग परेशान हैं। सबसे अधिक कठिनाई बुजुर्गों को हो रही है। सांस द्वारा धूल के कण जब अंदर जाते हैं, तब वह खांसी से परेशान हो जाते हैं। कभी कभार तो टायर से टकरा कर गिट्टी भी उछलती है जिससे लोग चोटिल हो रहे हैं। राहगीर आयुश कुमार ने कहा कि सड़क निर्माण कार्य के दौरान धूल पर नियंत्रण के लिए विभाग की तरफ से ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इसके कारण लोगों का जीना मुहाल हो गया है। सड़क निर्माण के दौरान संवेदक की ओर से इसमें ढिलाई बरती जा रही है। सड़क के एक किमी के हिस्से में कई खान पान की दुकानें, इलेक्ट्रॉनिक्स की दुकानें, फल और सब्जी विक्रेता, किराना, कपड़ा व्यवसायी हैं। इससे उन्हें आर्थिक नुकसान हो रही है।
इस मुद्दे में राष्ट्रीय उच्च पथ मुंगेर लखीसराय के कार्यपालक अभियंता साकेत कुमार रौशन ने बोला कि संवेदक को निर्देश दे दे दिया गया है कि सड़क निर्माण के दौरान पानी का छिड़काव करें। हालांकि एक लेयर का काम पूरा होने के बाद स्वत ही धूल की परेशानी खत्म हो जायेगी।