बिहार में एक बार फिर मौसम में बदलाव, इन 11 जिलों में होगी बारिश और वज्रपात
पटना। बिहार में ठंड की विदाई तो हो रही है, लेकिन इसके साथ ही पश्चिमी विक्षोभ एवं चक्रवातीय परिसंचरण के कारण लगातार मौसम में उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है। मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ का एक चक्रवात भारतीय परिसंचरण के रूप में समुद्र तल से 3.5 किलोमीटर ऊपर उत्तर पाक एवं आसपास के क्षेत्र में उपस्थित है। इसके कारण बिहार में एक बार फिर मौसम में परिवर्तन होगा। खास तौर पर बिहार के उत्तरी क्षेत्र में परिवर्तन दिखना आज से ही प्रारम्भ हो जाएगा।
मौसम विभाग के अनुसार, आसमान में बादल तो छाए रहेंगे आनें वाले 21 और 22 फरवरी को उत्तर बिहार के साथ ही दक्षिण पश्चिम भाग के जिलों में भी मेघ गर्जन और वज्रपात के साथ बारिश होने के आसार हैं। यही कारण है कि आनें वाले 23 फरवरी से न्यूनतम तापमान में गिरावट भी आ सकती है। ऐसे में फरवरी के आखिरी हफ्ते तक सुबह-शाम लोगों को ठंड का एहसास होता रहेगा।
मौसम विभाग ने कहा है कि मौसम मंगलवार से करवट लेगा और पटना समेत आसपास के इलाकों में दोपहर बाद बादलों की आवाजाही होती रहेगी। वहीं, प्रदेश के 11 जिलों में मामूली वर्षा मेघ गर्जन और वज्रपात को लेकर चेतावनी जारी की गई है। पूर्वी और पश्चिमी चंपारण, सीवान, सारण, गोपालगंज, बक्सर, भोजपुर, रोहतास, कैमूर, औरंगाबाद और अरवल के एक या दो जगहों पर वर्षा के आसार हैं।
मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, उत्तर पश्चिम पाक के आसपास पश्चिमी विक्षोभ और चक्रवाती परिसंचरण का क्षेत्र बना हुआ है। इसके असर से मंगलवार से गुरुवार तक प्रदेश के भिन्न-भिन्न जगह पर मामूली वर्षा होने की संभावा है। वहीं गुरुवार के बाद फिर बर्फीली हवाओं की एंट्री बिहार में होते ही न्यूनतम गिरावट तापमान में होने लगेगी। इसके साथ ही ठंड भी बढ़ेगी फरवरी के आखिरी हफ्ते तक सुबह-शाम ठंड का असर बना रहेगा
बता दें कि सोमवार को पटना समेत 19 शहरों के न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। राजधानी पटना का न्यूनतम 12 डिग्री दर्ज किया गया, वहीं 7.5 डिग्री सेल्सियस किशनगंज का न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया। जाहिर है अब आनें वाले दो हफ्ते तक ठंड का सामना करने के लिए तैयार रहिए और कंबल और रजाई अभी मत समेटिये।