मुजफ्फरपुर में कैश एजेंट से 4 लाख कैश लूटकांड का खुलासा
बिहार के मुजफ्फरपुर में IndusInd Bank के कैश एजेंट से हुई लूटकांड का पुलिस ने 5 दिनों के अंदर में ही खुलासा कर दिया है। इसके साथ ही चार क्रिमिनल को अरैस्ट करने के साथ ही लूटा हुआ कैश भी बरामद किया गया है। सभी क्रिमिनल प्रोफेशनल है, जो सूरज रैकेट के नाम से गैंग चला रहे थे। बता दें कि मुजफ्फरपुर सदर पुलिस स्टेशन से महज 100 मीटर की दूरी पर स्थित बैंक के ठीक नीचे पिछले 13 नवंबर को दिनदहाड़े अपराधियों ने रेडियंट कंपनी के कैश एजेंट नारायण कुमार से हथियार के बल पर 4 लाख 21 हजार रुपए लूट लिया था। इस दौरान विरोध करने पर अपराधियों ने नारायण का बंदूक के बट से मारकर सिर भी फोड़ दिया था।
घटना के बाद मुजफ्फरपुर SSP राकेश कुमार ने ASP टाउन अवधेश दीक्षित के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया था। थानेदार कुंदन कुमार एव DIU की टीम भी लगातार मुद्दे की जांच प्रारम्भ कर दी और भिन्न-भिन्न इलाकों में छापेमारी की। इस दौरान अपराधियों का सुराग मिला। पुलिस को सूचना मिली कि सदर थाना क्षेत्र के उत्क्रमित मध्य विद्यालय मैदापुर कैंपस में कुछ क्रिमिनल हथियार के साथ इकट्ठा होकर चरस एवं स्मैक की खरीद बिक्री कर रहे हैं। पुलिस ने घेराबंदी कर मौके से चार क्रिमिनल को दबोच लिया।
बताया जा रहा है कि इन्हीं अपराधियों ने CMS कर्मी से लूटपाट किया था। इन सभी की पहचान मीनापुर का कुख्यात सूरज कुमार, औराई का लखविंदर राय, पियर थाना के नुनफरा के ऋषिकेश कुमार उर्फ गोलू ,और इसी गांव के अंकित कुमार के रूप में हुई है। पुलिस ने इनके पास से लूटी गई राशि में से दो लाख 19 हजार कैश, एक देसी कट्टा, एक जिंदा गोली, ₹250 ग्राम चरस, दो बाइक और मोबाइल बरामद किया है।
एसएससी राकेश कुमार ने कहा की इस रैकेट का सबसे बड़ा मास्टरमाइंड सूरज कुमार है जो कि पहले भी कई लूटकांड की घटना को अंजाम दे चुका है। सिवाईपट्टी थाना में हुए मुठभेड़ के दौरान सूरज पुलिस को चकमा देकर मौके पर फरार हो गया था। सूरज ने अपने साथ एक गैंग तैयार कर कांटी में भी लूटकांड की घटना को अंजाम दिया था। तभी से पुलिस उसकी तलाश कर रही थी।