इन 7 देश के लोग हफ्ते में सिर्फ 4 दिन करते है काम
4-Day Work Week Culture: कोविड-19 महामारी के बाद कई ऑफिस अब पूरी तरह से खुल गए हैं और कई कंपनियों ने अभी भी कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम की सुविधा दे रही हैं, लेकिन इस बीच दुनिया में कई राष्ट्र ऐसे भी हैं जो 4 दिन वर्क कल्चर को अपना रहे हैं। हाल ही में जर्मनी इस समय काफी खबरों में बना हुआ है। जर्मनी में 1 फरवरी 2024 से आनें वाले 6 महीनों के लिए 4 दिन वर्क कल्चर को अपनाने का घोषणा हुआ है। यानी 1 तारीख से जर्मनी में रहने वाले लोगों को सप्ताह में केवल 4 दिन काम करना होगा और 3 दिन की छुट्टी रहेगी।
यह ट्रायल अभी अभी केवल 6 महीने चलेगा। इस ट्रायल के जरिए राष्ट्र में यह पता लगाया जाएगा कि क्या ऐसा करने से कर्मचारी खुश हैं या नहीं। इसके अतिरिक्त 6 महीने बाद कर्मचारियों की स्वास्थ्य और प्रोडक्टिविटी को भी देखा जाएगा। इस दौरान जर्मनी की कई कंपनियां 4 दिन वाले वर्क कल्चर को अपनाने वाली हैं।
जर्मनी समेत कई राष्ट्र अपना चुके हैं ये कल्चर
इस बीच जर्मनी एकमात्र ऐसा राष्ट्र नहीं है जिसने 4- दिन वाले वर्क कल्चर को चुना है। इसके अतिरिक्त कई और भी ऐसे राष्ट्र हैं जो इस कल्चर को अपना चुके हैं।
बेल्जियम
साल 2022 में बेल्जियम यूरोपीय यूनियन ने सप्ताह में 4- दिन वाले वर्क कल्चर को अपनाया था और बेल्जियम ऐसा करने वाला पहला राष्ट्र था। इससे पहले दुनिया में किसी भी राष्ट्र ने 4 दिन वाले वर्क कल्चर को नहीं अपनाया था। 4 दिन वाले वर्क कल्चर में कर्मचारियों के काम करने के घंटे कम नहीं होते हैं। यानी सभी को सप्ताह में 40 घंटे काम करना होता है।
नीदरलैंड
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, नीदरलैंड में काम करने के घंटे सबसे कम है। वहां के लोग सप्ताह में केवल 29 घंटे ही काम करते हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, नीदरलैंड में किसी भी तरह का कोई अधिकारिक नियम नहीं है। वहां पर लोग सप्ताह में केवल 4 दिन ही काम करते हैं।
डेनमार्क
OECD की एक रिपोर्ट के मुताबिक, डेनमार्क में लोग हर सप्ताह 33 घंटे ही काम करते हैं। वहीं, डेनमार्क में अभी तक अधिकारिक तौर पर 4 दिन वाले वर्क कल्चर को जारी नहीं किया गया है। वहां पर लोग आमतौर पर सप्ताह में केवल 4 दिन ही काम करते हैं। वहां रहने वाले लोग शाम को 4 बजे से ही इवनिंग मील की तैयारी प्रारम्भ कर देते हैं।
ऑस्ट्रेलिया
ऑस्ट्रेलिया में 20 कंपनियां इस समय प्रयोग के तौर पर 4 दिन वाले वर्क कल्चर को अपना रही हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, आस्ट्रेलिया में रहने वाले लोग करीब 38 घंटे काम करते हैं। वहां पर काम करने के लिए 100:80:100 मॉडल को अपनाया जा रहा है।