इस साल पूरे एशिया पैसिफिक रीजन में भारतीयों की सैलरी बढ़ेगी सबसे ज्यादा
भारतीयों के लिए इस वर्ष अच्छी समाचार है। एक लेटेस्ट सर्वे में यह बात सामने आई है कि इस वर्ष पूरे एशिया पैसिफिक रीजन में हिंदुस्तानियों की सैलरी सबसे अधिक बढ़ेगी। ऐसा इसलिए क्योंकि पूरे विश्व में आर्थिक सुस्ती के बीच हिंदुस्तान की अर्थव्यवस्था दूसरे राष्ट्रों के मुकाबले अधिक लचीली बनी हुई है। कॉर्न फेरी के ताजा हिंदुस्तान मुआवजा सर्वेक्षण में बोला गया है कि इण्डिया इंक में 2024 में औसत वेतन वृद्धि 9.7% देखने को मिल सकती है, जबकि पिछले वर्ष यह 9.5% थी। इस ग्रोथ की वजह यह भी है कि कंपनियां जरूरी प्रतिभा को बनाए रखने पर बल देने के साथ लागत प्रबंधन पर ध्यान केंद्रित करने की प्रयास करती हैं।
भारत अंतरराष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में एक चमकता सितारा
खबर के मुताबिक, सर्वेक्षण के मुताबिक, एशिया-प्रशांत क्षेत्र में, वर्ष 2024 में 6.7% औसत वेतन वृद्धि (2023 में 6.8%) के साथ वियतनाम दूसरे जगह पर है, इसके बाद 6.5% (पिछले वर्ष 6.4%) के साथ इंडोनेशिया है। जापान में कर्मचारियों को सबसे कम 2.5% (पिछले वर्ष 2.7%) सैलरी हाइक मिलने की आसार है। इकोनॉमिक टाइम्स की समाचार के मुताबिक, कॉर्न फेरी के चेयरमैन और क्षेत्रीय व्यवस्था निदेशक नवनीत सिंह ने का बोलना है कि हिंदुस्तान अंतरराष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में एक चमकता सितारा है और अंतरराष्ट्रीय आर्थिक मंदी में राष्ट्र की जीडीपी वृद्धि दूसरों से आगे रहने की आशा है।
किस सेक्टक में सबसे अधिक और सबसे कम होगी बढ़ोतरी
नवनीत का बोलना है कि भारतीय कंपनियां अभी भी विकास पथ पर हैं और जरूरी प्रतिभा की कमी बनी हुई है। ऐसे में प्रतिभा की आवश्यकता को बनाए रखने के लिए अच्छी सैलरी हाइक की पूरी आसार है। वर्ष 2024 में, वित्तीय सेवाओं, अंतरराष्ट्रीय क्षमता केंद्रों (जीसीसी) और उत्पाद कंपनियों, रसायन, औद्योगिक सामान और खुदरा उद्योगों में 10% की सबसे अधिक सैलरी हाइक की आशा है, जबकि आईटी सेवाओं में 7.8% की सबसे कम वेतन बढ़ोतरी देखने की आसार है।
ऑटोमोटिव (9.7%), निर्माण और निर्माण सामग्री (9.6%), जीवन विज्ञान और स्वास्थ्य देखभाल (9.5%) और उपयोगिताओं (9.5%) सहित ऑयल और गैस, 9% से ऊपर की औसत वेतन वृद्धि की पेशकश करने वालों में से हैं, जबकि उपभोक्ता सामान कंपनियां 706 कंपनियों के सर्वेक्षण में पाया गया कि लगभग 8.7% की कम वेतन वृद्धि होने की आसार है।