वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज संसद में अंतरिम बजट पेश करते हुए कहा…
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने किसानों, महिलाओं, युवाओं और सबसे गरीब जनसंख्या को सशक्त बनाने पर प्रमुख ध्यान देने के साथ अंतरिम बजट 2024-25 पेश कर दिया है। सीतारमण ने बोला कि गवर्नमेंट की सर्वोच्च अहमियत गरीब, महिलाएं, किसान और युवा हैं। यह व्यापक रूप से आशा की गई थी कि गवर्नमेंट किसानों की आय बढ़ाने, स्त्रियों को सशक्त बनाने और युवाओं के लिए अधिक नौकरियां पैदा करने पर ध्यान केंद्रित करेगी। इस वर्ष लोकसभा के चुनाव होने हैं इसलिए अंतरिम बजट पेश किया गया। नयी गवर्नमेंट के गठन के जुलाई में पूर्ण बजट पेश किया जाएगा। इसलिए गवर्नमेंट की ओर से बड़े घोषणा से परहेज किया गया है। आपको हम बजट की बड़ी बाते बताते हैं।
बजट की बड़ी बातें
– वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बृहस्पतिवार को संसद में अंतरिम बजट पेश करते हुए बोला कि भारतीय अर्थव्यवस्था में पिछले 10 वर्ष में गहरा सकारात्मक बदलाव देखा गया है। सीतारमण ने अपने चुनाव पूर्व बजट में बोला कि हिंदुस्तान के लोग आशा और विकल्पों के साथ भविष्य की ओर देख रहे हैं। उन्होंने बोला कि पीएम नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में गवर्नमेंट ने समावेश के सभी पहलुओं का ध्यान रखा। वित्त मंत्री ने बोला कि संरचनात्मक सुधारों, जन-समर्थक कार्यक्रमों और रोजगार के अवसरों ने अर्थव्यवस्था को नयी ताकत देने में सहायता की।
– सीतारमण ने बोला कि गवर्नमेंट 2047 तक हिंदुस्तान को एक विकसित राष्ट्र बनाने की दिशा में काम कर रही है। सीतारमण ने अंतरिम बजट 2024-25 पेश करते हुए बोला कि ‘‘अन्नदाता’’ (किसानों) के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य समय-समय पर और मुनासिब रूप से बढ़ाया गया है। उन्होंने बल देकर बोला कि गवर्नमेंट के लिए सामाजिक इन्साफ एक कारगर तथा जरूरी ‘मॉडल’ है। वित्त मंत्री ने बोला कि गवर्नमेंट प्रणालीगत असमानताओं को दूर करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है।
– वित्त मंत्री ने बोला कि राष्ट्र में 80 करोड़ लोगों को निःशुल्क राशन मिलने से उनकी भोजन संबंधी चिंताएं समाप्त हो गयी हैं। उन्होंने लोकसभा में अंतरिम बजट पेश करते हुए बोला कि 2014 में जब मोदी गवर्नमेंट सत्ता में आई, तो हिंदुस्तान भारी चुनौतियों का सामना कर रहा था और गवर्नमेंट ने ठीक ढंग से चुनौतियों पर काबू पाया। पीएम नरेन्द्र मोदी ने पिछले वर्ष नवंबर में बोला था कि उनकी गवर्नमेंट गरीब जनसंख्या के लिए निःशुल्क राशन योजना को पांच वर्ष के लिए बढ़ाएगी।
– वित्त मंत्री ने बोला कि पिछले 10 वर्ष में 25 करोड़ लोगों को बहुआयामी गरीबी से मुक्ति मिली है। उन्होंने लोकसभा में अंतरिम बजट पेश करते हुए बोला कि गरीबी से निपटने के पिछली सरकारों के नजरिये से बहुत हल्की रिज़ल्ट मिले। सीतारमण ने बोला कि अब पारदर्शिता के आधार पर सभी पात्र नागरिकों को फायदा हस्तांतरित किए जाते हैं। उन्होंने बोला कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के जरिये परिवर्तनकारी सुधारों की आरंभ की जा रही है। गवर्नमेंट वृद्धि को प्रोत्साहित करने के लिए अगली पीढ़ी के सुधार करेगी और अगले पांच वर्ष अभूतपूर्व वृद्धि वाले होंगे।
– सीतारमण ने बोला कि इनकम टैक्स स्लैब में कोई परिवर्तन नहीं। प्रत्यक्ष और परोक्ष कर की दरों में कोई परिवर्तन नहीं किया जा रहा। वित्त साल 2024-25 में 30.80 लाख करोड़ रुपये की कुल प्राप्तियां (उधारी को छोड़कर) रहने का अनुमान है। उन्होंने बोला कि कर रिटर्न की प्रक्रिया में लगाने वाला समय 2014 में 93 दिन से घटकर अब 10 दिन रह गया है, रिफंड तेजी से किया गया। उन्होंने बोला कि हमारी गवर्नमेंट आकांक्षी जिलों और ब्लॉकों के तेजी से विकास में राज्यों की सहायता करने को तैयार है। उन्होंने बोला कि गवर्नमेंट 2014 से पहले के समय के आर्थिक कुप्रबंधन पर श्वेतपत्र लेकर आएगी।
– राष्ट्र ग्रामीण आवास योजना के अनुसार तीन करोड़ घरों का लक्ष्य हासिल करने के करीब है और अगले पांच वर्ष में दो करोड़ घरों का निर्माण किया जाएगा। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बृहस्पतिवार को अंतरिम बजट पेश करते हुए यह जानकारी दी। पीएम नरेन्द्र मोदी ने इस महीने की आरंभ में वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये पीएम जनजाति आदिवासी इन्साफ महा अभियान (पीएम-जनमन) के अनुसार ग्रामीण आवास योजना के एक लाख लाभार्थियों को 540 करोड़ रुपये की पहली किस्त जारी की थी। सीतारमण ने बोला कि गवर्नमेंट पात्र मध्यम वर्ग को अपना घर खरीदने या बनाने के लिए एक आवासीय योजना प्रारम्भ करेगी।
– वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में अंतरिम बजट पेश करते हुए बोला कि वित्त साल 2024-25 में राजकोषीय घाटा चालू वित्त साल के 5.8 फीसदी के मुकाबले सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 5.1 फीसदी रहने का अनुमान है। वित्त मंत्री ने बोला कि वित्त साल 2024-25 के लिए कर प्राप्तियां 26.02 लाख करोड़ रुपये का अनुमान है। उन्होंने कहा कि वित्त साल 2023-24 में राजकोषीय घाटा सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 5.8 फीसदी रहने का अनुमान है, जो पहले के अनुमान 5.9 फीसदी से कम है। उन्होंने बोला कि हमारे लिए GDP का अर्थ गवर्नेंस, परफॉर्मेंस और डेवलपमेंट है।
– वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बृहस्पतिवार को राष्ट्र में दूध और दुग्ध (डेयरी) उत्पादन बढ़ाने की योजना की घोषणा की। वित्त मंत्री ने बोला कि हिंदुस्तान दुनिया में सबसे बड़ा दूध उत्पादक है, लेकिन उत्पादकता कम है। हिंदुस्तान का दूध उत्पादन 2022-23 में चार फीसदी बढ़कर 23.05 करोड़ टन हो गया। उन्होंने यह भी बोला कि तिलहन उत्पादन के लिए आत्मनिर्भरता के लिए एक रणनीति विकसित की जाएगी।
– वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बृहस्पतिवार को बोला कि पीएम किसान योजना के अनुसार 11.8 करोड़ किसानों को वित्तीय सहायता प्रदान की गई है। पीएम किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) दुनिया की सबसे बड़ी प्रत्यक्ष फायदा हस्तांतरण (डीबीटी) योजनाओं में से है। पीएम-किसान योजना के अनुसार गवर्नमेंट तीन समान मासिक किस्तों में प्रति साल 6,000 रुपये का वित्तीय फायदा प्रदान करती है। यह पैसा देशभर के किसान परिवारों के बैंक खातों में ‘डीबीटी’ के जरिये डाला जाता है।
– वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बृहस्पतिवार को लोकसभा में अंतरिम बजट पेश करते हुए बोला कि दुनिया के विभिन्न हिस्सों में युद्ध और संघर्षों के कारण अंतरराष्ट्रीय स्थिति अधिक जटिल और चुनौतीपूर्ण होती जा रही है। रूस-यूक्रेन संघर्ष और इजराइल-हमास युद्ध ने अंतरराष्ट्रीय आपूर्ति श्रृंखला को बाधित कर दिया है, जिससे व्यापार प्रभावित हुआ है। वित्त मंत्री ने बोला कि नयी अंतरराष्ट्रीय प्रबंध उभर रही है और हिंदुस्तान ने ईंधन और उर्वरक की कीमतों में बढ़ोतरी की अंतरराष्ट्रीय चुनौतियों का सफलतापूर्वक सामना किया है।