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बैंकों के लिए बुलेट गोल्ड रीपेमेंट लोन के नियम में बड़ा बदलाव

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने शहरी सहकारी बैंकों के लिए बुलेट गोल्ड रीपेमेंट लोन के नियम में परिवर्तन किया है आरबीआई ने बुलेट रीपेमेंट गोल्ड लोन स्कीम के अनुसार सोने के बदले ऋण (गोल्ड लोन) को दोगुना कर चार लाख रुपये कर दिया है ‘बुलेट’ रीपेमेंट स्कीम के अनुसार ऋण लेने वाला मूल राशि और ब्याज का भुगतान ऋण अवधि के अंत में एकमुश्त करता है हालांकि सोने के बदले ऋण पर ब्याज का आकलन पूरी अवधि के दौरान हर महीने किया जाता है, लेकिन मूल राशि और ब्याज का भुगतान एकबारगी करना होता है इसीलिए इसे ‘बुलेट’ रीपेमेंट के नाम से जाना जाता है हालांकि, यह सीमा उन शहरी सहकारी बैंकों के लिये बढ़ायी गयी है, जिन्होंने प्राथमिक क्षेत्र को ऋण के अनुसार सभी लक्ष्यों को 31 मार्च 2023 तक पूरा किया है

लोन लेने वालों को कैसे सहायता मिलेगी?

बुलेट गोल्ड रीपेमेंट लोन में लोन लेने वालों को नियमित मासिक ईएमआई का भुगतान नहीं करना पड़ता है, इसलिए उन्हें कर्ज चुकाने के लिए अधिक समय और लचीलापन मिलता है इससे पहले, सभी राज्य और केंद्रीय सहकारी बैंकों को बुलेट रीपेमेंट विकल्प के साथ 1 लाख रुपये तक का गोल्ड लोन देने की अनुमति थी अब तक, ऐसे ऋणों की अवधि आमतौर पर स्वीकृति की तारीख से 12 महीने से अधिक नहीं होती है आरबीआई के अनुसार, बुलेट पुनर्भुगतान योजना के तहत, बैंकों को ब्याज सहित कर्ज राशि पर 75% का ऋण-से-मूल्य (एलटीवी) अनुपात बनाए रखना होगा जब उधारकर्ता बुलेट रीपेमेंट पूरा कर लेते हैं, तो वे गिरवी रखे गए सोने को तुरंत अपने कब्जे में ले सकते हैं एक अन्य विकल्प यह है कि जब आप नकदी संकट का सामना कर रहे हों तो बुलेट पुनर्भुगतान के अनुसार लिमिट रोलओवर विकल्प का फायदा उठाएं

यह कैसे काम करता है? एक बार जब उधारकर्ता साल के अंत में कुल मूलधन और ब्याज राशि का भुगतान कर देता है, तो कर्ज की सीमा खत्म हो जाती है सीधे शब्दों में कहें तो ऋण लेने वाला ऋण चुका सकता है और अगले दिन फिर से ऋण ले सकता है मान लीजिए, आपने बुलेट रीपेमेंट योजना के अनुसार एक वर्ष की अवधि के लिए 11% ब्याज रेट पर 4 लाख रुपये का गोल्ड लोन लिया है लोन की अवधि के दौरान आपको ऋणदाता को कोई ब्याज और मूलधन नहीं देना होता है अब, कर्ज अवधि के अंत में, आपको 4,43,992 रुपये का भुगतान करना होगा जिसमें 4 लाख रुपये मूल राशि और 43,992 रुपये ब्याज शामिल है अब, एक बार जब आप इसे साल के अंत में वापस कर देंगे, तो अगले दिन कर्ज सीमा फिर से बढ़ाकर 4 लाख रुपये कर दी जाएगी आप अगले दिन से नया लोन ले सकते हैं

गवर्नर शक्तिकांत दास ने घोषणा की 

आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा की घोषणा करते हुए कहा, ‘‘ शहरी सहकारी बैंकों (यूसीबी) जिन्होंने 31 मार्च 2023 तक अहमियत क्षेत्र कर्ज (पीएसएल) के अनुसार समग्र लक्ष्य तक उप-लक्ष्य पूरा कर लिया है, उनके लिए बुलेट पुनर्भुगतान योजना के अनुसार गोल्ड लोन की मौजूदा सीमा को दो लाख रुपये से बढ़ाकर चार लाख रुपये करने का फैसला किया गया है’’ दास ने बोला , ‘‘ यह तरीका हमारी उस पिछली घोषणा के अनुसार है, जिसमें बोला गया था कि 31 मार्च 2023 तक निर्धारित प्राथमिक क्षेत्र ऋण के लक्ष्यों को पूरा करने वाले यूसीबी को उपयुक्त प्रोत्साहन दिया जाएगा’’ आरबीआई ने इस वर्ष जून में मौद्रिक नीति समीक्षा में बोला था कि प्राथमिक क्षेत्र को ऋण के अनुसार तय लक्ष्यों को मार्च 2023 तक पूरा करने वाले शहरी सहकारी बैंकों को उपयुक्त प्रोत्साहन दिया जाएगा आरबीआई ने शुक्रवार को लगातार चौथी बार नीतिगत रेट रेपो को 6.5 फीसदी पर बरकरार रखा इसका मतलब है कि मकान, गाड़ी समेत विभिन्न कर्जों पर मासिक किस्त (ईएमआई) में कोई परिवर्तन नहीं होगा

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