‘GYAN’ पर होगा बजट 2024 का फोकस
India Budget 2024: 1 फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (FM Nirmala Sitharaman) राष्ट्र का अंतरिम बजट पेश करेंगी। इस वर्ष लोकसभा चुनाव होने है तो इस वजह से अंतरिम बजट पेश किया जाएगा। तीन प्रमुख राज्यों में अपनी हालिया चुनावी सफलताओं के आधार पर गवर्नमेंट आनें वाले आम चुनावों में जीत हासिल करने के लिए कई तरह की कोशिशें कर रही है।
‘GYAN’ Budget
सरकार ने इस बार के बजट में अपना फोकस बढ़ा दिया है। गवर्नमेंट का बोलना है कि बजट 2024 का फोकस ‘GYAN’ पर होगा। GYAN का मतलब ‘गरीब (गरीब), युवा, अन्नदाता (किसान) और नारी (महिला) है।
4 कैटेगिरी पर गवर्नमेंट का फोकस
आगामी बजट में गवर्नमेंट इन 4 कैटेगिरी के लोगों के लिए खास घोषणाएं कर सकती है। क्योंकि इस बार का बजट अंतरिम है तो चुनाव को ध्यान में रखते हुए कुछ खास घोषणा हो सकते हैं।
Gareeb (गरीब)
आगामी अंतरिम बजट में सबसे अधिक आर्थिक रूप से वंचित व्यक्तियों को फायदा मिलने की आशा है। इस बार के बजट में गवर्नमेंट पीएम जनधन योजना, पीएम आवास योजना, नेशनल सोशल असिस्टेंट प्रोग्राम, पीएम गरीब कल्याण अन्न योजनाओं को लेकर घोषणा कर सकती है। यह सभी योजनाएं सीधे तौर पर गरीबों से जुड़ी हुई हैं।
Youth (युवाओं)
देश के युवाओं को लुभाने के लिए गवर्नमेंट कुछ खास घोषणा कर सकती है। राष्ट्र के युवाओं को इस बार के बजट से काफी उम्मीदें हैं। गवर्नमेंट युवाओं के लिए पीएम कौशल विकास योजना, पीएम युवा उद्यमिता विकास अभियान समेत कई योजनाओं के लिए घोषणा हो सकते हैं।
Annadata (अन्नदाता – किसान)
साल 2014 में सत्ता में आने के बाद किसानों और एग्रीकल्चर सेक्टर पर गवर्नमेंट का फोकस काफी बढ़ा है। किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए गवर्नमेंट अब तक कई बड़े घोषणा और योजनाएं प्रारम्भ कर चुकी हैं। आनें वाले बजट में पीएम किसान सम्मान निधि योजना के अनुसार मिलने वाली राशि को बढ़ाने पर विचार कर रही है।
Nari (महिलाएं)
सरकार का बजट इस बार स्त्रियों पर भी केंद्रित रहेगा। गवर्नमेंट ने स्त्रियों की काफी वकालत की है। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ से लेकर के पीएम स्त्री शक्ति केंद्र जैसी कई योजनाएं प्रारम्भ की गई हैं। आनें वाले बजट में गवर्नमेंट स्त्रियों के सशक्तिकरण के लिए भी प्लान बना रही है। पिछले बजट में गवर्नमेंट ने स्त्री सम्मान बचत पत्र की आरंभ की थी। इसके अतिरिक्त पीएम उज्ज्वला योजना का लाभ भी राष्ट्र की करोड़ों महिलाएं उठा रही हैं।