नकदी संकट का सामना कर रहे पाकिस्तान की ग्रोथ रेट को लेकर IMF ने दी बड़ी जानकारी
Pakistan’s Economic Growth: नकदी संकट का सामना कर रहे पाक की ग्रोथ दर (Pakistan growth rate) को लेकर IMF ने बड़ी जानकारी दी है। अंतर्राष्ट्रीय मुद्राकोष (IMF) ने पाक की आर्थिक वृद्धि रेट 2023 में 2.5 प्रतिशत रहने का संभावना व्यक्त किया है। IMF का यह अनुमान अन्य बहुपक्षीय एजेंसियों के अनुमान के उलट है, जिन्होंने पाक का ग्रोथ रेट अनुमान काफी नीचे रखा है। आइए आपको बताते हैं कि पाक की ग्रोथ दर हिंदुस्तान की तुलना में कितनी कम है?
IMF की ओर से जारी अक्टूबर के विश्व आर्थिक परिदृश्य (डब्ल्यूईओ) में पाक की आर्थिक वृद्धि रेट चालू साल में 2.5 प्रतिशत रहने की जबकि अगले वर्ष यानी 2024 में पांच प्रतिशत रहने का अनुमान जताया है।
डॉन ने जारी की रिपोर्ट
न्यूज एजेंसी ‘डॉन’ की बुधवार की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले वर्ष की आधा प्रतिशत की वृद्धि रेट की तुलना में यह बड़ा उछाल है। यह बताता है कि आईएमएफ को भी पाक की अर्थव्यवस्था में जल्द सुधार की आशा है।
सरकार के लक्ष्य से है कम
आईएमएफ का हालिया ग्रोथ अनुमान चालू साल के लिए गवर्नमेंट के 3.5 प्रतिशत के वृद्धि रेट के लक्ष्य से कम है। हालांकि, यह विश्व बैंक और मनीला स्थित एशियाई विकास बैंक (ADB) के हालिया अनुमान से काफी अधिक है।
विश्व बैंक ने कितना लगाया अनुमान?
विश्व बैंक ने चालू वित्त साल के लिए पाक की वृद्धि रेट 1.7 प्रतिशत और अगले साल में 2.4 प्रतिशत रहने की भविष्यवाणी की थी। अंतरराष्ट्रीय संस्था ने हाल ही में एक मीडिया कार्यक्रम में दावा किया कि उसके अनुमान अगस्त-सितंबर के आंकड़ों पर आधारित थे।
भारत की होगी 6.5 प्रतिशत की रेट से ग्रोथ
इंटरनेशनल मॉनिटरी फंड (IMF) ने मजबूत मांग के कारण हिंदुस्तान के लिए अपना 2023-24 का जीडीपी (GDP) अनुमान बढ़ाकर 6.3 प्रतिशत कर दिया है। आईएमएफ ने अपने वार्षिक प्रकाशन वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक में कहा, हिंदुस्तान में विकास रेट 2023 और 2024 दोनों में 6.3 प्रतिशत रहने का अनुमान है। यह अप्रैल-जून के दौरान आशा से अधिक खपत को दर्शाता है।
आपको बता दें पहले हिंदुस्तान के लिए ग्रोथ का अनुमान 6.1 प्रतिशत थी, जिसको अब बढ़ाकर 6.3 प्रतिशत कर दिया गया है।पाकिस्तान से तुलना की बात की जाए तो यह हिंदुस्तान की ग्रोथ का अनुमान करीब 4 प्रतिशत अधिक है। इसके अतिरिक्त चीन की विकास रेट 5 प्रतिशत है। चीन की विकास रेट भी हिंदुस्तान से कम है।