जियो इंफेकॉम विदेश से 2 अरब डॉलर तक का ऋण लेने के लिए कर रही बातचीत
रिलायंस इंडस्ट्रीज की दूरसंचार शाखा जियो इंफेकॉम कथित तौर पर विदेश से 2 अरब $ तक का कर्ज लेने के लिए वार्ता कर रही है। इसके लिए बीएनपी पारिबा एक एक्टिव लीड मैनेजर के रूप में कोशिश कर रहा है। कंपनी ये फंड अपने 5G प्लान के लिए हासिल करना चाहती है। रिपोर्ट में बोला गया है कि इसमें एरिक्सन से 5-जी नेटवर्क गियर प्राप्त करना शामिल है।
बीएनपी पारिबा नौ महीने से अधिक की अवधि के लिए $1.9 बिलियन से $2 बिलियन तक का कर्ज प्रदान करेगा। इस बीच, जानकार हलकों का बोलना है कि मुकेश अंबानी की प्रतिनिधित्व वाली टेलीकॉम कंपनी एरिस्कन, बीएनपी और अन्य बैंकों को पैसा लौटा देगी। हालाँकि, रिपोर्ट में यह जानकारी नहीं दी गई है कि जियो पर्सनल आधार पर एरिक्सन, बीएनपी और अन्य बैंकों को कितना पैसा लौटाएगा। साथ ही यह भी साफ नहीं किया गया है कि बीएनपी कंसोर्टियम की ओर से काम करेगा या नहीं। रिपोर्ट में सुझाव दिया गया है कि फंड जुटाना एक रियायती प्रक्रिया के माध्यम से किया जाएगा और ब्याज रेट नौ महीने की अवधि के बाद निर्धारित की जाएगी। BNP Paribas या JIO Infocom की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई। पिछले साल, स्वीडिश दूरसंचार कंपनी एरिक्सन ने बोला था कि हिंदुस्तान में Jio के 5G रोलआउट में 5G रेडियो एक्सेस नेटवर्क (RAN) उत्पाद और निवारण स्थापित करना शामिल होगा। भारतीय समूह ने अपनी नवीनतम वार्षिक रिपोर्ट में उल्लेख किया है कि Jio ने 5G योजना के लिए उपकरण और सेवाओं के लिए $2.2 बिलियन के वित्तपोषण के लिए स्वीडिश निर्यात क्रेडिट एजेंसी EKN के साथ समझौता किया है। Jio 5G रोलआउट के वित्तपोषण में सहायता के लिए कर्ज के लिए वार्ता कर रहा है। नोकिया के साथ 1.7 अरब $ की डील साइन करने की भी समाचार है।
<!– ।entry /–>
<!– ।share-post –>
<!– ।post-inner –>