भाजपा की जीत से बाजार में बना रिकॉर्ड, Nifty ने बनाया नया रिकॉर्ड
पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव के नतीजे सामने आने के बाद बीजेपी ने तीन राज्यों में सत्ता पर कब्जा किया है। इसी के साथ घरेलू शेयर बाजार में सोमवार को इस जीत का पूरा असर देखने को मिला है। इस जीत के साथ ही शेयर बाजार में लगातार पांचवे दिन तेजी देखने को मिली है। बीएसई सेंसेक्स इन इस दौरान 1,384 अंकों की बेहतरीन छलांग लगाई है। इसी के साथ सोमवार को सेंसेक्स रिकॉर्ड स्तर पर बंद हुआ है।
इसके अतिरिक्त एनएसई निफ्टी पर भी विधानसभा चुनावों का सकारात्मक असर देखने को मिला और निफ्टी अब तक के सर्वाधिक उच्चतम स्तर पर बंद हुआ है। एक्सपर्ट्स के अनुसार मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में बीजेपी को मिले साफ बहुमत का ही असर है कि बाजार में रौनक छाई है। वहीं बीते हफ्ते जीडीपी और अन्य जरूरी आर्थिक आंकड़ें बेहतर स्थिति पर बने हुए थे, जिससे बाजार को लेकर पॉजिटिव सोच को मजबूती मिली है।
तेल के मूल्य पर भी असर
विधानसभा चुनावों के अतिरिक्त कच्चे ऑयल का मूल्य 80 $ प्रति बैरल के नीचे रहे है, जिससे निवेशक धारणा को बल मिला। तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 1,383.93 अंक यानी 2.05 फीसदी उछलकर अबतक के उच्चतम स्तर 68,865.12 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह रिकॉर्ड 68,918.22 अंक तक चला गया था। सेंसेक्स में 20 मई, 2022 के बाद एक दिन में आई यह सबसे बड़ी तेजी है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का सूचकांक निफ्टी भी 418.90 अंक यानी 2.07 अंक की बढ़त के साथ अबतक के उच्चतम स्तर 20,686.80 अंक पर बंद हुआ। निफ्टी में शामिल 50 शेयरों में से 44 फायदा में रहे। सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में आईसीआईसीआई बैंक और एसबीआई में सबसे अधिक क्रमश: 4.68 फीसदी और 3.99 फीसदी की तेजी रही। फायदा में रहने वाले अन्य प्रमुख शेयरों में लार्सन एंड टुब्रो, कोटक महिंद्रा बैंक और एचडीएफसी बैंक शामिल हैं। दूसरी तरफ, विप्रो और टाटा मोटर्स हानि में रहे। बाजार में चौतरफा तेजी के इस दौर में सूचीबद्ध कंपनियों का कुल बाजार मूल्यांकन 5.81 लाख करोड़ रुपये उछलकर 343.48 लाख करोड़ रुपये के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया।
भाजपा की जीत से बाजार में रिकॉर्ड बना
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के अध्ययन प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘भाजपा ने तीन राज्यों में बहुत बढ़िया जीत दर्ज की है, जिसके बाद दोनों मानक सूचकांक रिकॉर्ड स्तर पर बंद हुए है। बाजार में पूरे दिन तेजी देखने को मिली है। तेजी का कारण एक संकेत है कि आनें वाले साल में होने वाले आम चुनावों में राष्ट्र में स्थिर गवर्नमेंट बनने जा रही है।’’ नायर ने कहा, ‘‘एफआईआई (विदेशी संस्थागत निवेशकों) के निवेश जारी रहने की आशा में सभी क्षेत्रों में तेजी रही। दुनिया के अन्य राष्ट्रों में महंगाई को लेकर सकारात्मक बयान और स्थिर घरेलू वृहत आर्थिक आंकड़ों से भी बाजार को समर्थन मिला।’’
अधिक शेयरों का अगुवाई करने वाला बीएसई मिडकैप सूचकांक ने 1.19 फीसदी की तेजी दर्ज की जबकि स्मालकैप सूचकांक 1.20 फीसदी चढ़ गया। इस दौरान सभी उद्योग खंडों में तेजी रही जिसमें ऑयल एवं गैस क्षेत्र 3.77 फीसदी वृद्धि के साथ सबसे आगे रहा। एलकेपी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक रूपक डे ने कहा, चुनावी नतीजों के साथ निफ्टी में निकट भविष्य में अधिक उछाल आने की आशा में लिवाली का बल देखा गया। निफ्टी के 20,400 के स्तर से नीचे नहीं आने तक तेजड़िये हावी रह सकते हैं।
एशिया के अन्य बाजारों में हांगकांग का हैंगसेंग, जापान का निक्की और चीन का शंघाई कंपोजिट सूचकांक हानि में रहे। यूरोप के प्रमुख बाजारों में जर्मनी और फ्रांस में जहां तेजी रही वहीं लंदन बाजार में गिरावट रही। अमेरिकी बाजार में शुक्रवार को मिला-जुला रुख रहा। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय ऑयल मानक ब्रेंट क्रूड 0.65 फीसदी की गिरावट के साथ 78.37 $ प्रति बैरल रहा। शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशकों ने शुक्रवार को 1,589.61 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे।