PM Kisan: ऐसे किसानों के खाते में नहीं आएगा पैसा
PM Kisan 15th Installment: केंद्र गवर्नमेंट की तरफ से किसानों को आर्थिक सहायता देने के लिए चलाई जा रही पीएम किसान निधि की 15वीं किस्त लाभार्थियों के खाते में आने वाली है। गवर्नमेंट की तरफ से किस्त के 2000 रुपये 15 नवंबर को पात्र किसानों के खाते में डीबीटी के जरिये ट्रांसफर किया जाएगा। गवर्नमेंट की तरफ से इस बार भी कई अपात्र किसानों का नाम लिस्ट से बाहर कर दिया गया है। 15वीं किस्त के बारे में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर ने ट्विटर पर जानकारी दी थी। उन्होंने कहा था कि किस्त का पैसा किसानों के खाते में डीबीटी के जरिये ट्रांसफर किया जाएगा।
ऐसे किसानों के खाते में नहीं आएगा पैसा
हर बार की तरह इस बार भी करोड़ों किसान पीएम किसान सम्मान निधि की 15वीं किस्त से वंचित रह सकते हैं। गवर्नमेंट ने पहले ही कहा था कि ऐसे किसानों के खाते में पैसा नहीं आएगा जिनका एकाउंट भिन्न-भिन्न पोर्टल से लिंक नहीं हुआ है। इसके अतिरिक्त भूलेख सत्यापन और आधार की सीडिंग कराना भी महत्वपूर्ण है। आधार सीडिंग कराने वाले किसानों को ही गवर्नमेंट की तरफ से 15वीं किस्त का पैसा दिया जाएगा।
हर चार महीने पर 2000 रुपये की किस्त
किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त करने के लिए गवर्नमेंट की तरफ से प्रारम्भ की गई पीएम किसान निधि के अनुसार पात्र किसानों को सालाना 6000 रुपये दिये जाते हैं। इन तीन किस्तों में दिये जाते हैं। इसके अनुसार 2000 रुपये की किस्त हर चार महीने पर जारी की जाती है। पिछले दिनों गवर्नमेंट को रिपोर्ट मिली कि कुछ अपात्र किसानों की तरफ से गवर्नमेंट की योजना का लाभ उठाया जा रहा है।
इसके बाद किसानों के सत्यापन के लिए ईकेवाईसी प्रारम्भ किया गया। योजना की पात्रता के लिए भूलेख सत्यापन के साथ ही आधार की सीडिंग भी महत्वपूर्ण है। ईकेवाईसी नहीं कराने वाले किसानों को इस बार भी योजना का लाभ नहीं दिया जाएगा। ई-केवाईसी कराने के लिए निम्नलिखित प्रोसेस को फॉलो करें।
कैसे पूरा करें e-KYC प्रोसेस
सबसे पहले आप पीएम किसान योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
अब फॉर्मन कॉर्नर के अनुसार ‘e-KYC’ ऑप्शन पर क्लिक करें।
यहां आप अपना आधार नंबर और मांगी गई दूसरी जानकारी दर्ज कर दें।
अब अपने मोबाइल नंबर पर आए ओटीपी को सब्मिट कर दें।
हेल्पलाइन नंबर पर करें संपर्क
योजना से जुड़े लाभ पाने वाले ज्यादा जानकारी के लिए [email protected] पर मेल कर सकते हैं। आप हेल्पलाइन नंबर 155261, 1800115526 या 011-23381092 पर भी संपर्क कर सकते हैं।