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अडानी के हाथ में आते ही बदली इस कंपनी की किस्मत

अडानी समूह के अधिग्रहण के बाद एसीसी-अंबुजा सीमेंट की कर-पूर्व आय (एबिटा) 350 रुपये से बढ़कर 1,350 रुपये प्रति टन हो गई है. सूत्रों ने बोला कि समूह को आशा है यह आंकड़ा 2024 तक बढ़कर 1,400 रुपये हो जाएगा. अडानी समूह ने पिछले वर्ष अंबुजा सीमेंट लिमिटेड और एसीसी लिमिटेड का अधिग्रहण किया था. अंबुजा सीमेंट के पास देशभर में छह एकीकृत सीमेंट विनिर्माण संयंत्र और आठ सीमेंट ग्राइंडिंग इकाइयां हैं. इसके साथ ही उसकी वार्षिक सीमेंट क्षमता 3.1 करोड़ टन है.

क्या है डिटेल
एसीसी के पास 17 सीमेंट विनिर्माण इकाइयां और 85 कंक्रीट संयंत्र हैं और उसकी वार्षिक सीमेंट क्षमता 3.44 करोड़ टन है. अडानी समूह अब 2027 तक वार्षिक सीमेंट क्षमता को दोगुना करने की योजना बना रहा है. कंपनी के सूत्रों ने बोला कि सितंबर 2022 में अधिग्रहण पूरा होने के बाद से प्रति टन सीमेंट एबिटा 350 रुपये से बढ़कर 1,350 रुपये हो गया है. इसे 2024 तक 1,400 रुपये प्रति टन तक बढ़ाया जाएगा.

मौजूदा एबिटा मार्जिन करीब 20 फीसदी है, जिसे बढ़ाकर करीब 25 फीसदी करने का लक्ष्य है. सूत्रों ने बोला कि समूह मार्च, 2028 तक 12 करोड़ टन की बिक्री हासिल करना चाहता है.

कंपनी के शेयरों के हाल
आपको बता दें कि एसीसी के शेयर वर्तमान में 2,217.65 रुपये पर हैं. इस वर्ष इस शेयर में अब तक 9.10% की गिरावट दर्ज की गई है. वहीं, अंबुजा सीमेंट के शेयर वर्तमान में 522 रुपये हैं. इस शेयर में इस वर्ष अब तक .85% की गिरावट देखी गई है. हालांकि, पिछले एक महीने में इसमें 24% तक की तेजी दर्ज की गई है.

सितंबर तिमाही के नतीजे
सीमेंट निर्माता एसीसी को 30 सितंबर, 2023 को खत्म तिमाही के लिए 384.29 करोड़ रुपये के स्टैंडअलोन सही फायदा हुआ था. जबकि पिछले वित्तीय साल की इसी तिमाही में कंपनी को 91.09 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था. वहीं, अंबुजा सीमेंट्स लिमिटेड का चालू वित्त साल की सितंबर में खत्म दूसरी तिमाही का सही फायदा कई गुना उछाल के साथ 987.24 करोड़ रुपये रहा है. परिचालन लागत घटने से कंपनी का फायदा बढ़ा है. अंबुजा सीमेंट्स का कुल खर्च सितंबर, 2023 की तिमाही में 8.92 फीसदी घटकर 6,564.28 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वर्ष की समान तिमाही में 7,175.81 करोड़ रुपये था.

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