सेफ्टी के मामले में नहीं हैं कम,फिर भी जलवा नहीं दिखा पाईं ये कारें
नई दिल्ली। भारतीय बाजार में एसयूवी गाड़ियां तेजी से पॉपुलर हो रही हैं। एसयूवी सेगमेंट में भी कॉम्पैक्ट एसयूवी गाड़ियों का क्रेज तेजी से बढ़ा है। कम मूल्य में मौजूद होने के वजह से लोग अब हैचबैक की स्थान कॉम्पैक्ट एसयूवी को अधिक अहमियत दे रहे हैं। वहीं इनमें मिलने वाला अधिक स्पेस, बेहतर कम्फर्ट और बड़ी गाड़ी का अहसास लोगों को सबसे अधिक पसंद आ रहा है। इन्हीं खूबियों के वजह से टाटा पंच, मारुति सुजुकी ब्रेजा, हुंडई वेन्यू और टाटा नेक्सॉन जैसी एसयूवी गाड़ियों की सेल्स तेजी से बढ़ी है।
हालांकि, इस सेगमेंट में पहले से उपस्थित कुछ अच्छे फीचर्स वाली कारें अधिक कमाल नहीं दिखा पाई हैं। वहीं इनसे बाद में आने वाली कारें बिक्री में आगे निकल गई हैं। कॉम्पैक्ट एसयूवी सेगमेंट में कुछ सबसे अधिक बिकने वाली कारों की बात करें तो इनमें मारुति ब्रेजा, टाटा पंच, हुंडई क्रेटा, मारुति फ्रोंक्स और हुंडई वेन्यू शामिल हैं। इनमें से कुछ कारों की मासिक बिक्री 15,000 यूनिट्स से भी अधिक हैं।
जलवा नहीं दिखा पाईं ये कारें
इंडियन बाजार में निसान और रेनो काफी समय से कारोबार कर रही हैं। ये दोनों कंपनियां बाजार में अपनी कॉम्पैक्ट एसयूवी गाड़ियां बेच रही हैं। हालांकि, सेल्स पर नजर डालें तो दोनों कंपनियों के कारों की मासिक बिक्री अन्य कंपनियों की तुलना में काफी कम है। निसान भारतीय बाजार में मैग्नाइट (Magnite) की बिक्री कर रही है, जिसकी जुलाई में सेल्स मात्र 2,152 यूनिट्स हुई, जबकि रेनो की कॉम्पैक्ट एसयूवी काइगर (Kiger) की बिक्री सिर्फ़ 3,607 यूनिट्स हुई।
वहीं इनकी तुलना में कुछ टॉप सेलिंग कॉम्पैक्ट एसयूवी से करें तो पिछले महीने मारुति ब्रेजा की बिक्री 14,572 यूनिट्स, पंच की 14,523 यूनिट्स, फ्रोंक्स की 12,164 यूनिट्स, वेन्यू की 10,948 यूनिट्स और नेक्सॉन की 8049 यूनिट्स यूनिट्स हुई है।
सेफ्टी के मुद्दे में नहीं हैं कम
निसान मैग्नाइट और रेनो काइगर सेफ्टी के मुद्दे में भी कम नहीं हैं। दोनों कारें 4-स्टार ग्लोबल एनसीएपी सेफ्टी रेटिंग के साथ आती हैं। इसके अतिरिक्त दोनों कारों में इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी प्रोग्राम (ईएसपी), हिल स्टार्ट असिस्ट (एचएसए), ट्रैक्शन कंट्रोल सिस्टम (टीसीएस), टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम (टीपीएमएस), एबीएस और एयर प्योरिफायर जैसे कुछ एडवांस फीचर्स भी मिलते हैं।