चोली के पीछे क्या है गाने को लेकर क्या बोले थे जावेद अख्तर, जिसका हंगामा पहुचां था संसद तक
नई दिल्ली। 1993 में सुभाष घई की एक फिल्म आई थी ‘खलनायाक’। ये फिल्म पर्दे पर ब्लॉकबस्टर साबित हुई थी, लेकिन फिल्म से अधिक फिल्म के गानें सुर्खियों में रहे थे। इस फिल्म का एक गाना ‘चोली के पीछे क्या है…’ आइकॉनिक अदाकारा माधुरी दीक्षित और नीना गुप्ता पर फिल्माया गया था और गाने को आवाज दी ती अल्का याग्निक और इला अरुण ने। गाने के बोल को लेकर काफी बवाल हुआ, लेकिन फिल्म के साथ गाना रिलीज हुआ और ये गाना 30 वर्ष बाद भी लोगों की जुबां पर रहता है। इस गाने को लेकर हाल ही में जावेद अख्तर ने भी अपनी राय रखी, जिसके बाद ये फिर सुर्खियों में है।
‘चोली के पीछे क्या है…’ ये उस दौर का गाना था, जब मुम्बई फिल्म इंडस्ट्री में संगीत की काफी अहमियत होती थी। 30 वर्ष पहले ये गाना राष्ट्र का सबसे विवादास्पद गाना बना, जिसको लेकर मुंबई की गलियों से प्रारम्भ हुआ टकराव राष्ट्र की संसद तक पहुंचा। हालांकि, गाना रिलीज हुआ और ये मुम्बई फिल्म इंडस्ट्री का आइकॉनिक गानों में से एक बन गया।
‘चोली के पीछे क्या है…’ ये गाना जावेद अख्तर के एक बयान के बाद से फिर सुर्खियों में आ गया है। हाल ही में उन्होंने इस गाने को लेकर अपना मत करीब 30 वर्ष बाद रखा। गीतकार ने ‘अजंता-एलोरा इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल’ (AIFF) में बोलते हुए बोला कि परेशानी निर्माताओं की नहीं बल्कि कंज़्यूमरों की है और उन्होंने दर्शकों से कॉटेंट को समझदारी से कंज्यूम करने का आग्रह किया। जावेद अख्तर ने बोला कि लोग मुझसे कहने लगे, ‘सर, आजकल किस तरह के गाने बन रहे हैं?’ गाने 6-7 लोग बनाते हैं। ‘चोली के पीछे क्या है’ के लिए एक आदमी ने इसे लिखा, दो लोगों ने इसे बनाया, दो लड़कियों ने इस पर डांस किया और एक कैमरामैन ने इसे शूट किया।’ उन्होंने आगे कहा, ‘ये 8-10 लोग थोड़ी परेशानी हैं। परेशानी ये है कि ये गाना समाज में सुपरहिट हो गया था। ये करोड़ लोगों को अच्छा लगा। इससे हमें डर लगता है।’
माधुरी ने इस गाने से खूब सुर्खियों बटौरी थीं।
संसद तक हुआ था हंगामा
इस गाने को लेकर उस दौर में काफी बवाल हुआ था। संसद में भी इस गाने को लेकर बवाल देखने को मिला था। इतना ही नहीं दिल्ली के एक वकील ने पीटिशन फाइल की कि खलनायक फिल्म का एक गाना ‘चोली के पीछे क्या है…’ ये बैन किया जाए। इस वकील ने इस फिल्म को रिलीज करने के लिए 4 शर्तें रखीं।
1- ‘खलनायाक’ फिल्म से ‘चोली के पीछे क्या है…’ इस गाने को हटा दिया जाए।
2- टिप्स ने बाजार में जितनी कैसेस्ट्स बेची हैं, उन्हें वापस लिया जाए।
3- फिल्म को तब तक रिलीज नहीं होने दिया जाए, जब तक इस गाने को नहीं हटा दिया जाए।
4- मंत्रालय से अपील की गई की इस गाने को ब्रॉडकास्ट करने से रोका जाए।
देशभर से जब पहुंचने लगी मंत्रालय को चिट्ठीयां
एक तरफ सुभाष घई की ये फिल्म रिलीज के लिए तैयार थी और दूसरी तरफ इस गाने पर खूब बवाल हो रहा था। गाने को सुनने के बाद कई लोगों में सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय को चिट्ठी लिखी थी कि इस अश्लील गाने के कारण उनके मोहल्लों में लड़कियों का बाहर निकलना दुभर को गया है, क्योंकि इस गानें से उन्हें लड़के सड़क पर छेड़ते हैं। लोगों का बोलना था कि इस तरह के गानें समाज को बिगड़ते हैं।
जब गाने के समर्थन में एक हो गए डिस्ट्रीब्यूटर्स
हालांकि, देशभर में हो रहे विरोध के बीच इस गाने के समर्थन में डिस्ट्रीब्यूटर्स आए। वह लोग एक हुए और उन्होंने सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय को चिट्ठी लिखी। जिसमें उन्होंने बोला कि हमने इस गाने को देखा है और इस गाने में ऐसा कुछ नहीं है, जिसके लिए इतना विरोध किया जा रहा है। परिवार के साथ इस गाने को देखा जा सकता है। इसके बाद सुभाष घई सेंसर बोर्ड तक पहुंची। यहां पहुंचे ती बोर्ड की कैची 7 बार चली, जिसमें से केवल 3 इसी गाने पर चले थे। इस फिल्म को फिर UA सर्टिफिकेट मिला और फिल्म रिलीज हुई।
जब बख्शी साहब से सुभाष घई ने बोला था- मरवाओगे क्या मुझको…
सुभाष घई ने ‘इंडियन आइडल’ के एक एपिसोड में अपने इस गाने को लेकर बात की थी। उन्होंने कहा था कि लक्ष्मीकांत, प्यारे लाल, आनंद और बख्शी जी ने मुझे बुलाया और पूछा कैसा गाना चाहिए? मैंने उन्हें सिचुएशन बता दी। बख्शी जी ने मुझे शाम को टेलीफोन किया और कहा- ‘पैन उठाओ’। मैंने कागज-पैन उठाया। उन्होंने कहा- पहली लाइन लिखो- चोली के पीछे क्या है? ये सुनते ही मेरे हाथ से पैन छूट गया और मैंने उनसे बोला कि मरवाओगे क्या मुझको, ये क्या है? उन्होंने कहा- अरे दूसरी लाइन तो सुन लो- ‘चोली में दिल है मेरा, ये दिल मैं दूंगी मेरे यार को…’
इस गाने की वजह से 1 सप्ताह में बिके थे 1 करोड़ कैसेट्स
इस गाने ने रिलीज होते ही खूब धूम मचा दी थी। इस गाने की वजह से 1 सप्ताह में 1 करोड़ कैसेट्स बिकी थीं। सुभाष घई ने कहा था कि इस गाने के लिए माधुरी ने काफी मेहनत की थी। गाने की शूटिंग के पहले दिन ही माधुरी को बुखार आ गया था। और उसके बिना गाने का शूटिंग हो नहीं सकती थी। नीना गुप्ता सेट पर पहुंची तो डायरेक्टर ने उनसे कहा- नीना जी आपको डांस आता है, इसके उत्तर में अदाकारा मे कहा- ‘अरे यार मत मरवाओ, आज पहली दिन है और डांस मुझे कहां आता है’। हालांकि, फिर सरोज खान के जुगाड़ से उन्होंने फिर इस गाने को शूट किया, जिसको लोगों ने काफी पसंद किया।
इला अरुण ने गाने पर क्या बोला था?
इस गाने को लेकर हुए हंगामे पर इला अरुण ने हमसे वार्ता में बोला था कि इस गाने को लेकर काफी टकराव हुआ। हालांकि इस गाने में ऐसा कुछ नहीं है। ये गाना राजस्थानी लोक गीत से प्रेरित गाना था। इस एक गाने की वजह से ‘खलनायाक’ फिल्म को लोगों ने काफी प्यार दिया। ये उस वर्ष की दूसरी सबसे अधिक कमाई करने वाली फिल्म बनी थी।