नोरा फतेही के बाद सोनाली बेंद्रे ने ‘फेमिनिज्म’ पर किया रिएक्ट, बताया क्या है सही मतलब
मुंबई। नारीवाद यानी फेमिनिज्म और सोसायटी पर इसके असर पर नोरा फतेही ने हाल में कमेंट किया। इस कमेंट से सोशल मीडिया पर खूब बवाल मचा। अब इसपर अदाकारा सोनाली बेंद्रे, जयदीप अहलावत और श्रिया पिलगांवकर ने नारीवाद और नोरा के कमेंट्स पर प्रतिक्रिया दी है। तीनों सेलेब्स अपकमिंग वेब सीरीज ‘द ब्रोकन न्यूज सीजन 2’ का प्रमोशन कर रहे हैं। सीरीज के प्रमोनश के बीच उन्होंने यूट्यूबर जेनिस सिक्वेरा को दिए साक्षात्कार में बोला कि नारीवाद दोनों जेंडर के समान अधिकारों की बात करता है। इसमें मर्दों की निंदा का कॉन्सेप्ट नहीं है।
श्रिया पिवगांवकर ने बोला कि लोग गूगल पर फेमिनिज्म की डेफिनेशन नहीं खोजते। फेमिनिज्म समान अधिकारों के बारे में है। केवल स्त्रियों के अधिकार के बारे में नहीं है। उनका मानना है कि बहुत से लोग बिना यह जाने कि वे नारीवादी हैं, लेकिन वे किसी तरह स्वयं को उस नाम से नहीं बुलाते क्योंकि उन्हें लगता है कि नारीवाद का पुरुष की आलोचना करना है।
श्रिया पिलगांवकर की बात से जयदीप अहलावल भी सहमत हुए। वहीं, अदाकारा सोनाली बेंद्रे ने बोला कि फेमिनिज्म की परिभाषा के अनुसार मर्दों की आलोचना करने का अर्थ ले लिया गया है, जो कई लोगों के लिए असुविधाजनक है। सबको बड़ा नहं बनना है बल्कि समान अधिकार चाहिए।
नोरा फतेही का नारीवाद पर कमेंट
सोनाली बेंद्रे ने कहा, “यह असंतुलन एक संतुलित समाज की आशा करता है, जो तब समस्याएं पैदा करता है जब तराजू के दोनों पलड़े बराबर नहीं होते। बता दें, नोरा फतेही ने ‘द रणवीर शो’ में नारीवाद को बकवास कहा था। उन्होंने बोला था कि वह इस पर विश्वास नहीं करती। नारीवाद ने हमारे समाज को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया है।