पाखी के नए रूप से रूबरू होगा परिवार

सई, विनायक को अपने हॉस्पिटल के केबिन में ले जाती है और उसे सिखाती है कि चिकित्सक कैसे काम करते हैं. सई बिस्तर से फिसल जाती है तभी सत्या उसे पकड़ लेता है. वह चिल्लाती है कि उसकी उसे छूने की हौसला कैसे हुई. वह उसे नीचे छोड़ देता है और उसके पैर में मोच आ जाती है. सत्या, विनू से पूछता है क्या आप सई के बेटे है. विनू कहता है कि वह उसकी चिकित्सक आंटी हैं न कि मम्मा.
सत्या ने की छेड़खानी –
सत्या, विनू से अपनी चिकित्सक आंटी को मनाने के लिए कहता है. सई, विनू की जिद पर राजी हो जाती है और फिर से बिस्तर पर बैठ जाती है. सत्या, विनू से उसकी सहायता करने के लिए कहता है. शीतल ने उनका वीडियो रिकॉर्ड किया. सत्या, सई को विनू की बातों में व्यस्त रखता है, जिससे वह उसकी मोच ठीक कर सके. सई दर्द से चिल्लाती है, लेकिन ठीक होने के बाद अच्छा लगता है. सत्या, सई के साथ छेड़खानी करता रहता है.
विराट ने दिया सरप्राइज –
विनायक, पाखी को बताता है कि वह चिकित्सक आंटी के हॉस्पिटल में है और यहां बहुत कुछ सीख रहा है और उसे मजे भी आ रहे हैं. वह यह कहकर टेलीफोन काट देता है कि उसे चिकित्सक आंटी के साथ कहीं जाना है. पाखी के साथ रोमांटिक पल बिताने के लिए विराट अपने कमरे को फूलों से सजाता है. पाखी उसे बुलाती है और चिल्लाती है कि उसकी अनुमति के बिना विनू को सई के साथ भेजने की उसकी हौसला कैसे हुई. विराट कहता है कि यह विनू के प्रोजेक्ट के लिए महत्वपूर्ण था.
पिज्जा पार्टी –
विराट सावी, सई और विनू के लिए एक पूल के किनारे पिज्जा पार्टी की प्रबंध करता है. विनू, सई से पूछता है कि उसका दिन कैसा रहा. विराट, सई से पूछता है कि यदि सत्या ने उसे परेशान किया है तो वह उसे और विनू के पास कैसे जाने दे सकती है. सई कहती है कि यह एक लंबी कहानी है. विराट वीडियो देखता है और कहता है कि वह वही है जो दूसरे दिन उससे टकराया था.
पाखी को मिला सरप्राइज –
पाखी अपने कमरे में लौट आती है और कमरे को सजा हुआ देखकर खुश हो जाती है. वह विराट और विनू को आसपास नहीं पाती है और सोचती है कि क्या वे सई के कमरे में हैं. वह वहां भी किसी को नहीं पाती है और सोचती है कि विराट ने उसकी बात मानी होगी और सई और सावी को कहीं और भेज दिया होगा.
प्रीकैप: सत्या अपनी मां के साथ गुड़ी पड़वा त्योहार की खरीदारी के लिए बाजार जाता है और वहां सई से मिलता है. वह उसे अपनी मां से मिलवाता है. मां सई से पूछती है कि क्या उसकी विवाह नहीं हुई है. सई के दुपट्टे को पहिये में फंसा देख विराट उसे एक तरफ खींच लेता है. मां उसे सड़क किनारे का गुंडा समझती है और उसे डांटती है.