क्या Allu Arjun के नेशनल अवार्ड जीतने पर खुश नहीं हैं Anupam Kher? The Kashmir Files एक्टर बोले…
69वें नेशनल फिल्म अवार्ड्स बीती शाम को अनाउंस कर दिए गए हैं, जहां नरगिस दत्त अवार्ड नेशनल इंटिग्रेशन पर बनी बेस्ट फीचर फिल्म द कश्मीर फाइल्स को मिला है। द कश्मीर फाइल्स के नेशनल अवार्ड जीतने पर जहां एक तरफ अभिनेता अनुपम खेर ने सोशल मीडिया पर अपनी खुशी जाहिर की है तो दूसरी तरफ उनके मन में अभिनय को लेकर कोई सम्मान नहीं मिलने पर एक टीस रह गई है। अनुपम खेर ने अपने पोस्ट में इशारों-इशारों में बोला है कि यदि इस फिल्म के लिए उन्हें बेस्ट अभिनेता अवार्ड मिलता तो बहुत अच्छा होता।
अनुपम खेर ने लिखी अपने दिल की बात…!
अनुपम खेर ने द कश्मीर फाइल्स को नेशनल अवार्ड मिलने के बाद अपने दिल की बात ट्विटर पर एक पोस्ट के जरिए लिखी है। अनुपम खेर ने लिखा- बहुत ही खुशी और गर्व की बात है कि द कश्मीर फाइल्स ने नेशनल अवार्ड जीता। फिल्म को राष्ट्रीय एक्ता पर बेस्ट फीचर फिल्म के लिए नरगिस दत्त अवार्ड मिला। एक अभिनेता ही नहीं बल्कि फिल्म के एक्जीक्यूटिव प्रोड्यूसर के तौर पर भी मैं इस फिल्म को मिले सम्मान से खुश हूं। तब और खुशी होती, यदि मुझे मेरी अभिनय के लिए भी अवार्ड मिलता। पर यदि सारी ख्वाहिशें पूरी हो जाएं तो आगे काम करने का मजा और उत्साह कैसे आएगा। चलिए! अगली बार! मेरी हर विजेता को दिल से शुभकामना है! जय हो!
NATIONAL AWARD: Delighted and proud that #TheKashmirFiles won the prestigious and most important #NationalAward – Nargis Dutt award for #BestFeatureFilm on national integration. Not only as an actor but also being an executive producer on the film I am so happy for this… pic.twitter.com/Sdka6EOJoV
— Anupam Kher (@AnupamPKher) August 24, 2023
द कश्मीर फाइल्स से इस अदाकारा को मिला अवार्ड!
बता दें, 69वें नेशनल अवार्ड में बेस्ट स्पोर्टिंग अदाकारा का अवार्ड पल्लवी जोशी को द कश्मीर फाइल्स के लिए मिला है। तो वहीं फिल्ममेकर विवेक अग्निहोत्री ने नेशनल अवार्ड आतंकी घटनाओं से पीड़ित लोगों को डेडिकेट कर दिया है। विवेक अग्निहोत्री ने एक वीडियो मैसेज के जरिए द कश्मीर फाइल्स को नेशनल अवार्ड मिलने की खुशी जाहिर की है। विवेक अग्निहोत्री ने वीडियो मैसेज में कहा- ‘यह फिल्म केवल मेरी नहीं है, मैं तो केवल एक माध्यम था, जितने भी कश्मीर में हुए आतंकी घटनाओं के पीड़ित हैं…कश्मीरी हिंदू, सिख, ईसाई, मुस्लिम, दलित, गुर्जर…ये उनकी आवाज है, उनके दर्द की आवाज है जो पूरे विश्व में पहुंची…’