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एल्विश यादव से जुड़े रेव पार्टी मामले में हुआ बड़ा खुलासा, आइए जानें

नई दिल्ली: एल्विश यादव से जुड़े रेव पार्टी मुद्दे में बड़ा खुलासा हुआ है दावा है कि आरोपी राहुल का टेलीफोन एल्विश यादव मुकदमा से जुड़े कई राज खोल रहा है पुलिस सूत्रों के मुताबिक, राहुल के टेलीफोन से कई सोशल मीडिया प्लेटफार्म के बारे में पुलिस को जानकारी मिली है, जिसके जरिए राहुल के सांप के जहर की डील करने के सुराग मिले हैं पुलिस सूत्रों का दावा है कि आरोपी राहुल वार्ता के लिए अलग और पैसों के लेनदेन के लिए अलग सोशल मीडिया प्लेटफार्म का इस्तमाल करता था

पुलिस सूत्र ने बोला कि आरोपी राहुल इतना शातिर है कि वह सांप के जहर के लिए जब किसी से शख्स (पार्टी) से बात करता था तो सोशल मीडिया के जरिए भिन्न-भिन्न ऐप का इस्तमाल करता था और पैसों के लेनदेन के लिए अलग सोशल मीडिया प्लेटफार्म ऐप का इस्तमाल करता था ये वो ऐप हैं, जो प्ले स्टोर या पब्लिक प्लेटफार्म पर सरलता से लोगों नहीं मिलती हैं आरोपी राहुल के टेलीफोन से कई संदिग्ध नंबर पुलिस को मिले हैं, जिसकी जांच नोएडा पुलिस कर रही है

आरोपी राहुल के टेलीफोन और पुलिस द्वारा बरामद की गई नीली डायरी में कई नाम ऐसे हैं, जो नोएडा पुलिस की जांच का दायरा बढ़ा रहे हैं आरोपी राहुल के टेलीफोन में पुलिस को कई वीडियो भी मिले हैं, जिसकी जांच की जा रही है और वीडियो में उपस्थित लोगों की पहचान की जा रही है कहा जा रहा है कि नोएडा पुलिस के हाथ एल्विश यादव और राहुल के बीच की कड़ी के बारे में भी कुछ लीड मिली है, जिसको लेकर आज राहुल से पूछताछ की जा रही है पुलिस को अब उस 20 एमएल सांप के जहर की लैब रिपोर्ट की का प्रतीक्षा है, जिसे नोएडा पुलिस ने जयपुर की लैब में भेजा है

बता दें कि नोएडा में रेव पार्टी में सांप के विष के संदिग्ध इस्तेमाल के मुद्दे में एल्विश यादव बुरी तरह फंसे हुए हैं सपेरों समेत पांच लोग और यूट्यूबर एल्विश यादव वन्यजीवन संरक्षण अधिनियम, 1972 के प्रावधानों तथा भादंसं की आपराधिक षड्यंत्र धारा के अनुसार दर्ज मुद्दे में छह नामजद आरोपी हैं आरोपियों– राहुल (32), टीटू नाथ (45) ,जयकरण (50) ,नारायण (50) तथा रवि नाथ (45) को तीन नवंबर को नोएडा के एक बैंक्वेट हॉल से अरैस्ट किया गया था और उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजा गया था पांचों दक्षिण पूर्वी दिल्ली के बदरपुर में मोहरबंद गांव के रहने वाले हैं

जानवरों के अधिकारों के लिए काम करने वाले संगठन पीपुल्स फॉर एनीमल्स (पीएफए) की एक अधिकारी की कम्पलेन पर यह मुद्दा दर्ज किया गया था पीएफए की अध्यक्ष और बीजेपी नेता मेनका गांधी ने यादव पर सांप के विष की गैरकानूनी बिक्री में संलिप्त रहने का इल्जाम लगाया था और उनकी गिरफ्तारी की मांग की थी चार नवंबर को राजस्थान के कोटा में पुलिस ने एल्विश यादव को कुछ देर के लिए पूछताछ के वास्ते रोका था, लेकिन बाद में छोड़ दिया था वह एक कार में अपने दोस्तों के साथ जा रहा था

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