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इस फिल्म के को-राइटर और असिस्टेंट डायरेक्टर जसकुंवर कोहली ने एक सीन इंस्टाग्राम हैंडल पर किया शेयर

पूरे फिल्म इंडस्ट्री में फिल्म 12th फेल की जमकर प्रशंसा हो रही है. हर कोई आईपीएस मनोज कुमार शर्मा के रोल में दिखे विक्रांत मैसी की प्रशंसा कर रहा है. हाल में फिल्म के को-राइटर और असिस्टेंट डायरेक्टर जसकुंवर कोहली ने फिल्म का एक सीन इंस्टाग्राम हैंडल पर शेयर किया है. साथ में उन्होंने कहा कि शूटिंग के समय कुछ सीन्स के दौरान विक्रांत रोने लगे थे और चुप ही नहीं हो रहे थे.

मेधा और विक्रांत के साथ विधु विनोद चोपड़ा. उन्होंने मुन्नाभाई MBBS, 3 इडियट्स और पीके जैसी फिल्मों की मेकिंग की है. इसके अतिरिक्त उन्होंने एकलव्य, शिकारा और परिंदा जैसी फिल्मों का डायरेक्शन भी किया है.

लास्ट सीन के दौरान रोने लगे थे विक्रांत

जसकुंवर ने इस पोस्ट के जरिए कहा कि कैसे मनोज कुमार और विक्रांत की कहानी एक जैसी ही है. उन्होंने लिखा- मैं इस पल को कभी नहीं भूलूंगा. फाइनल परिणाम वाले सीन के दौरान विक्रांत बार-बार घुटनों के बल गिर जाते थे. इस सीन को फिल्माने के दौरान वो इतने गहराई से रोते थे, जिस पर विश्वास करना कठिन था.

जब वो हर टेक के लिए खड़े होते थे और शाॅट के लिए तैयार होते थे, तो कहते थे- मैं भी यहां तक नंगे पांव ​​बिना ऑक्सीजन सपोर्ट के पहुंचा हूं.

फिल्म में यह डायलॉग रील मनोज कुमार भी साक्षात्कार के दौरान पैनलिस्टों से कहते नजर आए थे.

यह पोस्ट जसकुंवर ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर शेयर किया है.

विक्रांत बोले- मुझे यहां पहुंचने में 19 वर्ष लगे, मैं भी बिना ऑक्सीजन सपोर्ट पहुंचा हूं

जसकुंवर ने आगे लिखा- बाद में जब शॉट समाप्त हुआ तो विक्रांत फर्श पर बैठ गए, लेकिन रोना बंद नहीं किया. इस दौरान मेधा ने उन्हें ढांढस बंधाया. उन्होंने मेधा से भी कहा- मुझे यहां तक ​​पहुंचने में 19 वर्ष लग गए. मैं भी बिना ऑक्सीजन सपोर्ट के यहां पहुंचा हूं मेधा, वो भी नंगे पांव. यह मेरी भी कहानी है.

विक्रांत और मेधा ने किया पोस्ट कमेंट

विक्रांत ने इस पोस्ट पर कमेंट कर लिखा है- ‘जस्सी मेरे भाई, मैं तुमसे से प्यार करता हूं.’ मेधा ने भी पोस्ट पर कमेंट किया और लिखा- यह पल मैजिकल था.

20 करोड़ में बनी इस फिल्म ने पूरे विश्व में 66 करोड़ की कमाई की है.

यह फिल्म राइटर अनुराग पाठक की बुक ’12th फेल’ पर बेस्ड है. फिल्म का टाइटल भी सेम ही रखा गया है. फिल्म का मुख्य सार यही है कि हारा वही है जो लड़ा नहीं. विधु विनोद चोपड़ा की ये फिल्म वैसे तो आईपीएस मनोज कुमार शर्मा की असल जीवन से इंस्पायर्ड है, लेकिन इसमें राष्ट्र के हर गांव और छोटे शहरों के युवाओं की कहानी है.

69 वें फिल्मफेयर अवाॅर्ड में फिल्म ने 5 अवॉर्ड अपने नाम किए हैं, जिसमें बेस्ट फिल्म, बेस्ट डायरेक्टर (विधु विनोद चोपड़ा) और बेस्ट अभिनेता क्रिटिक्स (विक्रांत) कैटेगरी शामिल है.

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