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फिल्म सालार के मेकर्स ने PVR-INOX और मिराज का किया बायकॉट

डंकी और सालार के क्लैश ने अब तल्ख रूप ले लिया है. सालार के मेकर्स ने स्क्रीन बंटवारे में फेयर प्ले न होने के चलते साउथ में अपनी ताकत दिखाई है. वहां उन्होंने दो बड़े सिनेमा चेन PVR-INOX और मिराज सिनेमाज में अपनी फिल्म रिलीज नहीं करने का निर्णय किया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, सालार के मेकर्स का बोलना है कि नॉर्थ में ये दो सिनेमा चेन उनकी फिल्म के ऊपर डंकी को फेवर कर रहे हैं.उन्होंने कहा- PVR- INOX के मालिक अजय बिजली स्क्रीन बंटवारे पर फेवरेटिज्म कर रहें हैं. हमें पिछले दो दिनों से आश्वासन दिए जा रहे थे कि दोनों फिल्मों को समान स्क्रीन मिलेंगे. मगर उन्होंने केवल डंकी ओपन कर दिया.

ऐसे में हमने साउथ में उनके सिनेमाघरों में फिल्म रिलीज न करने का निर्णय किया है. PVR और मिराज सिनेमाज की तरफ से अभी इन आरोपों का कोई उत्तर नहीं आया है. उनके सूत्रों ने बस यह बोला कि स्क्रीन बंटवारे पर बैठकों का दौर अब भी जारी है. गुरुवार सुबह तक कुछ बोला जा सकेगा.

शाहरुख के साथ मीटिंग हुई थी, वहां स्क्रीन शेयरिंग पर बात बनी थी
होम्बले फिल्म्स से एसोसिएट लोगों ने और भी इल्जाम लगाए हैं. उन्होंने कहा- पिछले महीने शाहरुख खान के साथ हमारी कंपनी के संचालकों की मीटिंग हुई. वहां तय हुआ कि दोनों फिल्मों के बीच बराबर स्क्रीन शेयरिंग होगी.

मगर अब अजय बिजली मुकर चुके हैं. उन्होंने सारी स्क्रीन डंकी के फेवर में कर दी है. इसलिए हमने साउथ में उन्हें स्क्रीन न देने का निर्णय किया है. सुनने को यह भी आ रहा कि नॉर्थ में सिंगल स्क्रीन वालों को सालार को कम शो देने का दबाव बनाया जा रहा है.

सिंगल स्क्रीन ओनर का दर्द छलका, एडवांस बुकिंग ओपन करने की इजाजत नहीं मिली
नॉर्थ इण्डिया के सिनेमाघरों में सिंगल स्क्रीन वाले कुछ अलग इल्जाम लगा रहें हैं. जी7 गेयटी गैलेक्सी और मराठा मंदिर सिनेमा के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर मनोज देसाई बहुत निराश हैं. मनोज देसाई ने कहा- हमें बुधवार शाम तक दोनों फिल्मों के डिस्ट्रीब्यूूटर्स ने एडवांस बुकिंग ओपन करने की अनुमति नहीं दी. जबकि मल्टीप्लेक्सेज को उनके डिस्ट्रीब्यूटर्स ने वैसा करने की परमिशन दे रखी है. ऐसे में आम पब्लिक को मल्टीप्लेक्सेज की महंगी टिकटें होने के बावजूद वहीं जाना पड़ रहा है.

जवान और पठान के समय ऐसा नहीं था. तब हमें भी सात दिन पहले एडवांस ओपन करने दिए गए थे. आज हमें केवल गुरुवार के दिन के लिए डंकी की एडवांस बुकिंग की ही अनुमति है. जाहिर है कि लाभ तो मल्टीप्लेक्स चेन को पहुंचाया गया है. हमें तो एडवांस ओपन करने के लिए बुधवार की शाम तक प्रतीक्षा करने को बोला गया.

प्रोड्यूसर्स रिकवरी कर लेंगे, एग्जीबिटर्स को हानि होगा
एग्जीबिटर विशेष चौहान एक और पहलू बताते हैं- यदि हम एक्जीबिटर और ट्रेड बिरादरी के नजरिए से देखें तो क्लैश के चलते एग्जीबिटर सेक्टर का हानि है. क्योंकि इनके प्रोड्यूसर्स तो ओटीटी, सेटेलाइट और म्यूजिक वगैरह के राइट्स से अपनी रिकवरी कर लेंगे.

मगर सिंगल स्क्रीन के ओनर्स हैं, उनका तो हानि होगा न. क्लैश के चलते सिंगल स्क्रीन के लिए यह लॉस्ट अपॉरच्युनिटी है, क्योंकि बड़ी फिल्में हैं तो उनकी शो केसिंग बड़ी करनी पड़ती है. आज आलम यह है कि यह सेक्टर अपना माथा खुजा रहा है.

इधर, मल्टीप्लेक्स संचालकों की अलग दलीलें हैं. उनके अधिकारी बताते हैं- इण्डिया में सभी लैंग्वेज को मिला दें तो सालाना 1800 फिल्में सेंसर होती हैं वर्ष के 52 सप्ताह में. ऐसे में हर सप्ताह सिनेमाघरों के पास दर्जनों फिल्में रिलीज के लिए उपलब्ध रहती हैं.

खासकर मल्टीप्लेक्स वालों के पास एक एक मॉल में पांच से सात स्क्रीन होते हैं. तो वो सरलता से किस फिल्म को जिस अनुपात में स्क्रीन देनी हैं, वैसी प्रोग्रामिंग हम हर सप्ताह कर लेते हैं. यहां डंकी और सालार के मुद्दे में भी वो चीज हम कर लेंगे.

नॉर्थ में डंकी को 65 फीसदी, जबकि सालार को 35 प्रतिशत स्क्रीन मिलेंगे
इस क्लैश के चलते दोनों फिल्मों के बिजनेस प्रभावित होंगे. डिस्ट्रीब्यूटर राज बंसल के शब्दों में- नॉर्थ में डंकी को 65 फीसदी, जबकि सालार को 35 प्रतिशत स्क्रीन ही मिलेंगे. साउथ इण्डिया में यही अनुपात विपरीत होगा. यह तय है कि ओवरसीज में जरूर शाहरुख की फैन फॉलोइंग बड़ी है, मगर अमेरिका से सालार की बुकिंग के पॉजिटिव रिपोर्ट आ रहें हैं.

मौजूदा हालात में गुरूवार को तो डंकी की ओपनिंग इण्डिया में 35 करोड़ प्लस रह सकती है. शुक्रवार को सालार हिंदी बेल्ट में 12 करोड़ से लेकर 15 करोड़ तक भी जाती है तो वो विन विन सिचुएशन में होगी. क्योंकि साउथ और ओवरसीज से उसे तगड़ी कलेक्शन होने वाली है. वो इसलिए कि उसके डायरेक्टर प्रशांत नील की ब्रांड वैल्यू तगड़ी है

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