फिल्म मिशन रानीगंज-द ग्रेट भारत रेस्क्यू में धनबाद के संजय भारद्वाज आयेंगे नजर
धनबाद। मुम्बई फिल्म इंडस्ट्री सुपरस्टार अक्षय कुमार और परिणीति चोपड़ा की फिल्म मिशन रानीगंज-द ग्रेट हिंदुस्तान रेस्क्यू में धनबाद के पुटकी के रहने वाले संजय भारद्वाज भी नजर आएंगे। वह इस फिल्म में खलनायक की किरदार में हैं। दरअसल संजय भारद्वाज फिल्म में एक बड़े कांट्रेक्टर एलबी उपाध्याय का भूमिका निभा रहे हैं। यह फिल्म अक्टूबर के पहले हफ्ते में रिलीज होने वाली है।
थिएटर आर्टिस्ट संजय भारद्वाज बीसीसीएल कर्मी हैं और पुटकी बलिहारी एरिया के भूसंपदा विभाग में कार्यरत हैं। वे आरोही नाट्य मंच संस्था भी चलाते हैं, जोकि देशभर में चर्चित है। बता दें कि निर्देशक टीनू सुरेश देसाई की फिल्म मिशन रानीगंज-द ग्रेट हिंदुस्तान रेस्क्यू फिल्म 6 अक्टूबर को रिलीज होने वाली है। इसमें बालीवुड अदाकार अक्षय कुमार माइनिंग इंजीनियर जसवंत सिंह गिल की किरदार में हैं। दरअसल जसवंत सिंह गिल ने 1989 में रानीगंज के महावीर कोलियरी खदान में हुए हादसे में 64 लोगों की जान बचाई थी।
संजय भारद्वाज को मिल चुके हैं कई अवार्ड
संजय भारद्वाज ने अपने एक्टिंग के दम पर धनबाद से मुम्बई फिल्म इंडस्ट्री तक का यात्रा तय किया है। पिछले 35 सालों से स्टेज शो करते आ रहे हैं। हिंदुस्तान के 15 राज्यों में सिनेमाघर एवं नुक्कड़ नाटक कर चुके हैं। भारद्वाज को सर्वश्रेष्ठ निर्देशक, अभिनेता, सह अदाकार और नाट्य लेखन के लिए पुरस्कार भी मिल चुके हैं। पांच साल पहले मिशन रानीगंज की पटकथा लिखने के समय जसवंत सिंह गिल, फिल्म के लेखक दीपक किंगरानी और निर्देशक टीनू सुरेश देसाई धनबाद आए थे। इस दौरान संजय भारद्वाज से उनकी मुलाकात हुई। तब से संजय इस फिल्म के लिए काम कर रहे हैं।
सच्ची घटना पर आधारित है फिल्म
संजय ने लोकल 18 को कहा कि यह फिल्म एक सच्ची घटना पर आधारित है। वर्ष 1989 में रानीगंज के महावीर कोलियरी में भयंकर खदान दुर्घटना हुआ था। वहां माइनिंग इंजीनियर के तौर पर काम कर रहे जसवंत सिंह गिल ने खदान में फंसे 64 कर्मियों की जान बचाई थी। अदाकार अक्षय कुमार उन्हीं की किरदार में दिखने वाले हैं। वहीं, संजय कांट्रेक्टर एलबी उपाध्याय का भूमिका निभा रहे हैं, जो कि एक नेगेटिव रोल है। खदान में विपरित हालात में भी ये कर्मियों से काम लेना चाहता है। जिससे कर्मी की जान खतरे में पड़ जाती है। साथ ही उन्होंने कहा कि उन्हें फिल्म की शूटिंग के लिए लंदन जाना था, लेकिन पासपोर्ट नहीं होने के कारण वह नहीं जा पाए। फिर रानीगंज में ही उनके सारे सीन शूट की गई। उनसे 10 से 12 सीन की शूटिंग कराई गई है। इससे पहले भोजपुरी फिल्म ‘बेटा होखे त ऐसन’ में प्रोफेसर की किरदार निभा चुके हैं।
बचपन का शौक हो रहा पूरा
संजय ने कहा कि उन्हें बचपन से एक्टिंग का शौक है, लेकिन पढ़ाई के दौरान ही मां का देहांत हो गया। वह बीसीसीएल में काम करती थी। फिर अनुंकपा में मां की स्थान पर उनकी जॉब हुई। जिस वजह से मुंबई नहीं जा सके, लेकिन एक्टिंग से जुड़े रहे। इसी का नतीजा है कि अक्षय कुमार की फिल्म में काम करने का मौका मिला। यह उनके लिए गौरवान्वित करने वाली है।