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उम्र को लेकर ट्रोल करने पर ‘शरारत’ फेम श्रुति सेठ का जवाब, कहा…

श्रुति सेठ को आज भी फैन्स सीरियल ‘शरारत’ से याद करते हैं. उनके भूमिका का नाम जिया मल्होत्रा था. सोशल मीडिया पर श्रुति अक्सर कई मुद्दों पर लिखती रहती हैं. उन्होंने हाल ही में एज शेमिंग (उम्र को लेकर ट्रोल करना) को लेकर एक पोस्ट किया. अब उन्होंने एक साक्षात्कार में बोला कि लोगों को उम्र के बारे में बात करने की आवश्यकता है कि कोई भी हमेशा एक जैसा नहीं रहेगा. यह स्वाभाविक है और इसे स्वीकार किया जाना चाहिए. ट्रोल करने वालों के लिए उन्होंने पूछा, क्या वो कभी बुड्ढे नहीं होंगे. उम्र बढ़ने को निगेटिव ढंग से देखना बंद करना होगा.

‘उम्र बढ़ना निगेटिव नहीं’

श्रुति ने वार्ता में कहा, “जो चीजें नैचुरल हैं और बढ़ती हैं उनके बारे में पॉजिटिव बात प्रारम्भ करने की आवश्यकता है. एक दोस्त के साथ मैं बात कर रही थी. उसने कहा कि आज के युवा उम्र बढ़ने की कम्पलेन करते हैं. मुझे लगता है कि पिछले कुछ हफ्तों से इसका ट्रेंड चल पड़ा है. 20 वर्ष की लड़कियां ने एंटी एजिंग प्रोडक्ट का इस्तेमाल करना प्रारम्भ कर दिया है. मुझे लगता है कि यह इस सोच से आता है कि उम्र बढ़ना निगेटिव है.

‘बढ़ती उम्र के साथ अधिक समझदारी आई’

श्रुति आगे कहती हैं, “मेरी टाइमलाइन ऐसे लोगों के कमेंट से भरा पड़ा है, ‘ओह माई गॉड आपकी उम्र हो गई है, यह देखकर दुख होता है. आप बूढ़ी हो रही हैं.’ मैं सोचती हूं कि आप दुखी क्यों हैं. मैं अपनी जीवन बिता रही हूं.” श्रुति ने कहा, “विज्ञान और विकास को हराने की योजना कौन बना रहा है? हमेशा जवान बने रहने के लिए हर किसी को जो दबाव झेलना पड़ता है वह हास्यास्पद है. सच कहूं तो जब मैं यंग थी बहुत बेवकूफ थी. अब मैं समझदार हो गई हूं. बढ़ती उम्र के साथ आंखें खुल गई हैं.

‘जिंदगी भर 20 के नहीं दिख सकते’

श्रुति ने कहा, “मैं खूबसूरती के पक्ष में हूं. साथ ही मैं मानती हूं कि मैं जीवन भर 20 वर्ष की नहीं दिख सकती, ऐसा चाहना भी मूर्खता है. मैं अपने 40s में बहुत अच्छा समय बिता रही हूं. मैं अधिक मजबूत हूं, फिट हूं, अमीर हूं, मेरे पास अधिक अनुभव है और एक संतोषजनक करियर है.अदाकारा कहती हैं, “उम्र बढ़ने को अच्छे ढंग से नहीं देखा जाता है, ‘हाय, वो तो बुड्ढी हो गई’, जैसे उन्हें मेरे लिए दुख होता है. मैं इन लोगों से पूछना चाहता हूं कि क्या आप अभी भी बच्चे हैं? तुम बुड्ढे नहीं हुए क्या? उम्र बढ़ने को और पॉजिटिव ढंग से लेने की आवश्यकता है.

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