गोविंदा को ऐसे मिला था पहला ब्रेक, यूं बने बॉलीवुड के हीरो नंबर 1
हिंदी सिनेमा में 90 का दशक सबसे खास माना जाता है। ये वो दौर रहा जब मुम्बई फिल्म इंडस्ट्री में काफी कुछ नयापन देखने को मिला। फिर चाहे बात म्यूजिक की हो या फिर फिल्मों की। 90 के दौर की बात ही कुछ और थी। 90s के टॉप स्टार्स की बात करें तो बस जुबां पर एक ही नाम आता है और वो है गोविंदा का। जी हां…गोविंदा (Govinda) ही उस दौर में इकलौते ऐसे स्टार थे जो ना केवल तीनों खान पर भारी पड़े बल्कि खिलाड़ी को उन्होंने धूल चटाई।
कलाकारों के परिवार से थे गोविंदा
अभिनेता गोविंदा के पिता अरुण कुमार आहूजा जहां जाने माने अभिनेता थे तो वहीं उनकी मां बेहतरीन क्लासिकल सिंगर थीं। बोला जाता है कि पिता के कहने पर ही गोविंदा ने अभिनय में करियर बनाने के बारे में सोचा जबकि उनकी मां ये एकदम नहीं चाहती थीं कि उनका बेटा अभिनय की दुनिया में कदम रखे लिहाजा उस समय गोविंदा मां से छिपकर स्टूडियो के चक्कर काटा करते थे। इस दौरान गोविंदा ने एक अनूठा तरीका प्रोड्यूसर और डायरेक्टर्स को अप्रोच करने के लिए सोचा।
मिथुन के डांस स्टेप कॉपी कर बनाया वीडियो
जिस समय गोविंदा स्ट्रगल कर रहे थे उस समय मिथुन चक्रवर्ती का गाना डिस्को डांसर खूब धूम मचा रहा था। लिहाजा गोविंदा ने खूब मेहनत करके मिथुन के किए डांस स्टेप को सीखा। उन्हें डांस का शौक तो था ही लिहाजा घंटों मेहनत के बाद उन्होंने मिथुन के गाने पर डांस करते हुए एक वीडियो बनाई और उस वीडियो को स्टूडियो रेट स्टूडियो जाकर बांट देते थे। लेकिन मामला ये था कि नए लड़के पर कोई दांव लगाना नहीं चाहता था पर जब गोविंदा के मामाजी आनंद ने उनकी कैसेट को देखा तो वो खुश हो गए और उन्होंने भांजे को लॉन्च करने की ठान ली। बस फिर क्या था यही से गोविंदा के करियर की वाहन निकल पड़ी।
90 के दशक में सबसे अधिक चमके गोविंदा
धीरे-धीरे गोविंदा को फिल्में मिलने लगीं और उनकी फिल्में पर्दे पर अच्छा परफॉर्म भी करने लगीं जिससे उनकी पॉपुलैरिटी में बढ़ोत्तरी हुआ। वहीं 90 के दशक में तो कमाल ही हो गया। इंडस्ट्री में केवल एक ही नाम सुनाई दे रहा था वो था गोविंदा का। हर कोई उन्हीं के साथ काम करना चाहता। वो जिस फिल्म को चुनते वो हिट हो जाती। ये वो दौर था जब सलमान, शाहरुख और आमिर तक भी गोविंदा से पीछे थे तो वहीं मुम्बई फिल्म इंडस्ट्री के खिलाड़ी अक्षय कुमार को भी गोविंदा ने पछाड़ दिया था।