हार्ट अटैक के बढ़ते हुए मामले के पीछे सबसे बड़ा कारण क्या है, जानें एक्सपर्ट से…
आज कल आए दिन हार्ट अटैक के मुद्दे सामने आ रहे है। यह एक गंभीर चिंता का विषय बनता जा रहा है। सबसे दंग कर देने वाली बात यह है कि कोविड-19 महामारी के बाद से खासकर युवाओं में हार्ट अटैक के मुद्दे अधिक बढ़े है। सबसे परेशान करने वाली बात यह है कि हार्ट अटैक जिसके पड़ने की एवरेज उम्र 60 थी। आज के समय में वह किसी भी उम्र के आदमी को हो सकता है। और यह सबसे अधिक चिंता का विषय है।
हार्ट अटैक के बढ़ते हुए मुद्दे के पीछे सबसे बड़ा कारण खराब लाइफस्टाइल, नींद पूरी न होना, खराब डाइट, चीनी की ओवर इटिंग, एक्सरसाइज न करना कहा जाता है। बदलता खान-पान और धूम्रपान के कारण भी 25 से 35 वर्ष के युवा भी दिल की रोग से ग्रस्त नजर आ रहे हैं। जिसका नजारा लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज के सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक के कार्डियोलॉजी डिपार्टमेंट की ओपीडी में देखने को मिल रहा है। रोजाना बड़ी संख्या में युवा यहां अपना हार्ट से संबंधित इलाज करने के लिए आ रहे हैं।
मेरठ बढ़ गई युवा रोगियों की संख्या
कार्डियोलॉजी डिपार्टमेंट के चिकित्सक धीरज कुमार सोनी ने कहा कि पहले की तुलना में अब डबल संख्या में युवा रोगी अब हार्ट बीमारी से पीड़ित सामने आ रहे है। पहले केवल 25 से 30 रोगी ही इलाज करने के लिए आते थे। अब यह संख्या 60 से अधिक हो गई है। जिनमें काफी ऐसे युवा होते हैं कि जो की गंभीर रूप से इस रोग का शिकार हो चुके हैं।
स्मॉग से बढ़ा हार्ट की रोंगों का खतरा
डॉक्टर धीरज का बोलना है कि जिस ढंग से मौसम में स्मॉग बढ़ गया है। ऐसे में जो लोग धूम्रपान नहीं करते। वह भी कहीं न कहीं इसका शिकार हो रहे हैं। इसलिए सभी लोग मास्क का इस्तेमाल करें। वहीं जो लोग धूम्रपान करते हैं। वह सभी इस बुरी आदत को छोड़ दे। क्योंकि यह आदत उनके दिल को काफी कमजोर बना रही है। इतना ही नहीं जो शुगर और हाई बीपी के पेशेंट हैं। ऐसे सभी पेशेंट को समय-समय पर एक्सपर्ट से राय लेते रहना चाहिए।
इन बातों का रखें ध्यान
डॉक्टर धीरज का बोलना है कि यदि किसी भी आदमी के सीधे या उल्टे हाथ में अचानक से दर्द होने लगे। उसको घबराहट के साथ तेज पसीना आए। तो ऐसे सभी लोगों को संबंधित एक्सपर्ट के पास दिखाना चाहिए। साथ ही घने कोहरे में मॉर्निंग वॉक करने ना जाएं ।गौरतलब है कि मेरठ मेडिकल कॉलेज के सुपर स्पेशलिटी डिपार्टमेंट में रोजाना 400 के आसपास रोगी अपना दिल से संबंधित इलाज करने के लिए पहुंच रहे हैं।
हार्ट की रोंगों के संकेत
सीने में दर्द
पैर या बांह में दर्द
टखने में सूजन
हृदय की धड़कन का अनियमित होना
सांस लेने में परेशानी
अत्यधिक थकान या बेहोशी