स्वास्थ्य

वजन घटाने के लिए अपनाएं ये नया रास्ता

अध्ययनकर्ताओं में से एक, मेटे हेंसन ने बताया, “हमने पाया कि स्कायर (एक खट्टा दूध उत्पाद) और ओट्स से बना प्रोटीन वाला नाश्ता स्त्रियों का पेट अधिक समय तक भरा रखता है और उन्हें दिमाग भी तेज रखता है. लेकिन इससे दिनभर में ली जाने वाली कैलोरी की मात्रा कम नहीं हुई, भले ही नाश्ता न किया हो या कार्बोहाइड्रेट वाला नाश्ता किया हो.

नाश्ता करने से वजन कम होता है

दुनियाभर में मोटापे की रेट बढ़ रही है, और इसके साथ ही टाइप 2 मधुमेह जैसी बीमारियां भी बढ़ रही हैं. ऐसे में खाने-पीने की आदतों में परिवर्तन लाना बहुत आवश्यक है. पिछले अध्ययनों में भी कहा गया है कि नाश्ता करने से वजन कम होता है, और प्रोटीन वाले भोजन कार्बोहाइड्रेट या अधिक फैट वाले भोजन की तुलना में पेट को अधिक देर तक भरा रखते हैं.

लेकिन मेटे हेंसन कहती हैं कि निवारण इतना सरल नहीं है. “यह शोध इस बात को तो साबित करता है कि प्रोटीन वाला खाना पेट को अधिक देर तक भरा रखता है, जो वजन बढ़ने को रोकने के लिए अच्छा है. लेकिन ये नतीजे ये भी बताते हैं कि केवल प्रोटीन वाला नाश्ता करना ही काफी नहीं है.

प्रोटीन लेते हैं तो आपका पेट अधिक देर तक भरा रहता

इस शोध में ये भी पाया गया कि यदि आप कार्बोहाइड्रेट की स्थान प्रोटीन लेते हैं तो आपका पेट अधिक देर तक भरा रहता है. दिलचस्प बात ये है कि कुछ स्त्रियों को प्रोटीन वाला नाश्ता पूरा करना कठिन लगा, जिससे ये पता चलता है कि कैलोरी की मात्रा एक जैसी होने पर भी भिन्न-भिन्न तरह के खाने से पेट भरने का असर भिन्न-भिन्न हो सकता है. इससे ये प्रश्न उठता है कि हम जो खाना चुनते हैं, उसका हमारे पूरे दिन की कैलोरी की मात्रा पर क्या असर होता है.

हालांकि ये शोध बहुत उपयोगी जानकारी देता है, लेकिन इसमें कुछ सीमाएं भी हैं. इसमें केवल जवान और ज़्यादा वजन वाली स्त्रियों को ही शामिल किया गया था, और ये शोध कम समय के लिए किया गया था. इससे ये पता नहीं चलता कि लंबे समय में स्वास्थ्य और वजन पर क्या असर होता है. इसलिए भिन्न-भिन्न तरह के खाने के लंबे समय तक असर को समझने के लिए और ज़्यादा अध्ययन की आवश्यकता है.

आने वाले समय में कुछ और शोध ये जानने की प्रयास करेंगे कि प्रोटीन से भरपूर नाश्ता और कम प्रोटीन वाला नाश्ता शरीर के ढांचे, पाचन तंत्र के अच्छे बैक्टीरिया और कोलेस्ट्रॉल के स्तर पर क्या असर डालते हैं. इससे पोषण और स्वास्थ्य के बीच के संबंध को और अच्छे से समझने में सहायता मिलेगी.

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