सर्दियों में इन लक्षणों को न करें नजरअंदाज, बढ़ सकता है ब्लड प्रेशर का खतरा
सर्दी की आरंभ के साथ कानपुर में ब्रेन स्ट्रोक के रोगी में बढ़ोत्तरी देखने को मिल रहा है। रोज सर दर्द और चक्कर आने की परेशानी से जूझ रहे रोगी कानपुर के हाइलाइट हॉस्पिटल पहुंच रहे हैं। चिकित्सक का बोलना है कि प्रतिदिन 20 से 25 रोगी पहुंच रहे हैं। वहीं सबसे अधिक परेशानी अधिक ब्लड प्रेशर वाले लोगों को हो रही है।
सर्दी की आरंभ के साथ खास बचाव करने पड़ते हैं क्योंकि इस समय ब्रेन स्ट्रोक और हार्ट अटैक का खतरा सबसे अधिक रहता है। वहीं कानपुर में सर्दी की आरंभ के बाद अब कड़ाके की सर्दी से पहले ही ब्रेन से संबंधित रोगियों के आने का सिलसिला प्रारम्भ हो गया है। कानपुर के लाला लाजपत राय अस्पताल में प्रतिदिन करीब 25 रोगी इस परेशानी के साथ आ रहे हैं। वहीं यहां के डॉक्टरों का मानना है कि रोगियों को अपनी पुराने रोगों की हिस्ट्री को देखते हुए दवाइयां का सेवन करते रहना चाहिए। सर्दियों में दवाई नहीं छोड़नी चाहिए क्योंकि बीमारियां सर्दी में अधिक प्रभावित हो जाती हैं। ऐसे में ब्रेन स्ट्रोक और हार्ट अटैक का खतरा बना रहता है।
रोज 5 से 6 रोगी आ रहे सामने
डॉक्टरों के अनुसार प्रतिदिन आ रहे हैं रोगियों में लगभग 5 से 6 रोगी ब्रेन स्ट्रोक से ग्रसित है। इसके पीछे सबसे बड़ी परेशानी है अधिक बीपी है। लोग बीपी नॉर्मल हो जाने पर बीपी की दवा खाना बंद कर देते हैं। जिस वजह से सर्दी में उन्हें सबसे अधिक परेशानी होती है।उनमें जब हिस्ट्री देखी गई है तो ज्यादातर लोग बीपी के रोगी रहे हैं और उन्होंने दवा खाना छोड़ दिया था।
यह है लक्षण
सर्दियों में यदि आपको एक तरफ का हाथ पैर झुनझुनाहट या कमजोरी लगे तो चिकित्सक को दिखाना चाहिए। आवाज में लड़खड़ाहट या परिवर्तन लगे तो भी डॉक्टरी राय लेनी चाहिए। सर दर्द हो चक्कर आए कमजोरी लगे उल्टी हो, जी मिचलाए तो चिकित्सक के पास फॉरेन राय लेनी चाहिए।