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आप भी रोज खाते है पिज्जा तो हो जाए सतर्क हो सकता है भारी खतरा जानें

आधुनिक जीवनशैली में हमारा खान-पान बहुत खराब हो गया है. हम स्वाद के लिए अपने खान-पान को पूरी तरह खराब कर देते हैं. इस चक्कर में हम टॉक्सिन खाने लगते हैं. इस कारण हमें कई तरह की रोंगों का सामना करना पड़ता है. अब एक नयी रिसर्च में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. रिसर्च के अनुसार जो लोग नियमित रूप से पिज्जा या क्रिस्पी चीजों का अधिक सेवन करते हैं, उनमें गले और मुंह के कैंसर के होने का जोखिम 25 फीसदी तक बढ़ जाता है. यह रिसर्च बहुत बड़े पैमाने पर की गई थी. इसमें 4.5 लाख लोगों के डाइट की प्रवृति पर विश्लेषण किया गया था.

350 ग्राम पिज्जा के इतने नुकसान

ग्लोबल डायबेट्स कम्युनिटी ने रिसर्च में कहा है कि नियमित रूप से 350 ग्राम अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड मुंह और गले के कैंसर के जोखिम को कई गुना बढ़ा सकता है. इन अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड में पिज्जा और क्रिस्पी चीजें प्रमुख खाद्य पदार्थ है. रिसर्च में यह भी बोला गया है कि 350 ग्राम पिज्जा एक पैकेट क्रिस्पी चीजों के बराबर है. अन्य अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड में केक, फिज्जी ड्रिंक, मिठाई और कई तरह के फास्ट फूड शामिल हैं. यह रिसर्च बहुत बड़े पैमाने पर की गई है. इसमें 4.5 लाख लोगों को शामिल किया गया था. इन लोगों के नियमित खान-पान को नोट किया गया. इसके बाद पाया गया कि नियमित रूप से पिज्जा खाने वालों में मुंह और गले के कैंसर होने का जोखिम 25 फीसदी तक अधिक था.

यंग जेनेरेशन अधिक करते हैं सेवन

रिजल्ट में पाया गया कि शोध में शामिल युवा, लंबे और फिजिकली सक्रिय लोग अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड का सेवन अधिक करते हैं. हालांकि शोध में यह भी सामने आया कि जो लोग अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड का सेवन अधिक करते थे उनमें अल्कोहल सेवन करने की प्रवृति कम थी. लेकिन अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड के साथ अधिक फैट, सोडियम और कार्बोहाइड्रैट का सेवन अधिक करने लगे थे. ये सभी चीजें बहुत नुकसानदायक साबित होते हैं. शोध के लेखक फर्नांडा मोरालेस बर्सटीन ने कहा कि सामान्य डाइट में अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड का सेवन जितना कम होगा, शरीर के उपरी हिस्से में कैंसर होने का जोखिम उतना कम होगा. यह शोध यूरोपियन जर्नल ऑफ न्यूट्रिशन में प्रकाशित हुआ है.

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