अगर आप भी मोटापे से परेशान हैं, तो कराएं ये सर्जरी
अगर आप भी मोटापे से परेशान हैं और बढ़ता वजन आपके स्वास्थ्य को हानि पहुंचा रहा है, तो अब चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। राजधानी के IGIMSके अनुभवी चिकित्सक सर्जरी के जरिए आपको इस मोटापे की परेशानी से निजात दिलवा सकते हैं, वो भी प्राइवेट अस्पतालों से आधे फीस में। पिछ्ले दिनों ही IGIMS के गैस्ट्रो सर्जरी विभाग के डॉक्टरों ने मोटापे से परेशान एक रोगी को नयी जीवन दी है। बेगूसराय निवासी 64 वर्षीय प्रेमशीला देवी का वजन लगातार बढ़ने से 110 किलो हो गया था। मोटापे की वजह से वह मधुमेह, हाई ब्लड प्रेशर, हाई ब्लड कोलेस्ट्रॉल और गॉलब्लैडर में पथरी की परेशानी से ग्रसित हो गई थी। अत्यधिक वजन के कारण वह चलने में भी असमर्थ हो गई थी। प्रारंभिक जांच के बाद गैस्ट्रोसर्जरी विभाग के डाक्टर साकेत ने लेप्रोस्कोपिक स्लीव गेस्ट्रेक्टोमी (बेरिएट्रिक सर्जरी) प्लान की। पहले दवा और आहार में परिवर्तन कर रोगी का वजन 10 किलो काम किया गया। इसके बाद 02 अगस्त को रोगी की बैरिएट्रिक सर्जरी की गई।
3 घंटे चली सर्जरी
इस सर्जरी के अनुसार रोगी के पेट के आकार को कम किया गया, जिससे उसको भूख कम लगेगी और मोटापा को बढ़ाने वाले हार्मोन्स पर भी नियंत्रण हो सकेगा। डाक्टर साकेत ने कहा कि 2 अगस्त को यह ऑपरेशन 2-3 घंटे में पूरा किया गया। साथ ही दूरबीन विधि से गॉलब्लैडरकी सर्जरी भी कर दी गई। ऑपरेशन के बाद रोगी पूरी तरह ठीक है। तीसरे दिन उसे हॉस्पिटल से छुट्टी कर दी गई। निश्चेतना विभाग की डाक्टर स्वाति ने ऑपरेशन में अहम किरदार निभाई।अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डाक्टर मनीष मंडल ने कहा कि अभी तक बिहार में बैरिएट्रिक सर्जरी की सुविधा मौजूद नहीं थी। इस सर्जरी के लिए रोगियों को दिल्ली, इंदौर या अहमदाबाद जाना पड़ता था। जहां प्राइवेट हॉस्पिटलों में इस सर्जरी में 3-4 लाख रुपए का खर्च आता है। वहीं, IGIMS में यह ऑपरेशन महज 70 से 75 हजार के खर्च में संभव है। अब तक IGIMS में मोटापे से ग्रसित 8 रोगियों का बरिएट्रिक सर्जरी किया जा चुका है।
क्या होता है बैरिएट्रिक सर्जरी
डॉ। मनीष मंडल ने कहा की बैरिएट्रिक सर्जरी वजन कम करने का एक ऑपरेशन है। मोटापे से संबंधित स्वास्थ्य समस्याएं जैसे कि मधुमेह, उच्च रक्तचाप, उच्च कोलेस्ट्रॉल स्तर और स्लीप एपनिया से पीड़ित लोगो में यह सर्जरी काफी कारगर है। इस सर्जरी के बाद भूख कम लगने लगती है। इससे वजन धीरे-धीरे कम होने लगता है। ऐसे में संतुलित जीवन, पोषक तत्वों का सेवन और व्यायाम उपचार को सफल बनाता है। उन्होंने कहा कि यह सर्जरी दूरबीन विधि से की जाती है। रोगी ऑपरेशन के 1 दिन बाद खाने-पीने लगता है।