स्वास्थ्य

सुबह उठते ही मोबाइल फोन इस्तेमाल करने की आदत हानिकारक

स्मार्टफोन के स्वास्थ्य पर दुष्प्रभाव: आज SmartPhoneसिर्फ़ हमारी आवश्यकता बन गया है बल्कि हमारे दैनिक जीवन का अभिन्न अंग भी बन गया है SmartPhone के बिना एक दिन भी गुजारना बहुत कठिन लगता है आमतौर पर लोग SmartPhone में अपना निजी डेटा भी स्टोर करते हैं इसी वजह से लोग अपने SmartPhone को एक मिनट के लिए भी अपने से दूर नहीं रखते हैं

कई लोग रात में SmartPhone अपने पास रखकर सोते हैं लोग सुबह उठते ही सबसे पहले अपना मोबाइल चेक करते हैं कई लोगों को सुबह आंख खुलते ही मोबाइल टेलीफोन में मैसेज आदि नजर आने लगते हैं हालाँकि, ऐसा करना आपकी स्वास्थ्य को हानि पहुंचा सकता है कई शोधों से भी यह बात सामने आई है कि सुबह उठते ही मोबाइल टेलीफोन इस्तेमाल करने की आदत नुकसानदायक हो सकती है ये पांच समस्याएं हो सकती हैं.

तनाव और चिंता
कई लोग सुबह सबसे पहले अपना मोबाइल टेलीफोन चेक करते हैं बता दें कि सुबह उठते ही आपके पास ढेर सारे मैसेज, ई-मेल, रिमाइंडर, इंस्टाग्राम पोस्ट आदि आते हैं, जो चिंता और तनाव का कारण बन सकते हैं नींद से उठते ही सोशल मीडिया चेक करने से मन उससे जुड़ जाता है ऐसे में तनाव और चिंता के साथ दिन की आरंभ करना स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं है

चिड़चिड़ापन
सुबह-सुबह मोबाइल टेलीफोन इस्तेमाल करने की आदत आपको चिड़चिड़ापन का शिकार बना सकती है सुबह उठकर मोबाइल पर कुछ भी नकारात्मक देखने से इसका सीधा असर दिमाग पर पड़ता है इससे गुस्सा और चिड़चिड़ापन की कम्पलेन हो सकती है

डिप्रेशन
रात को सोते समय और सुबह उठते समय मोबाइल देखने की आदत भी यूजर में डिप्रेशन का कारण बन सकती है नियमित रूप से ऐसी दिनचर्या का पालन करने से दिमाग पर असर पड़ता है कई बार लोग सुबह उठते ही फेसबुक, इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप स्टेटस आदि देखकर तुलना करने में लग जाते हैं वे दूसरों की जीवनशैली देखकर परेशान हो जाते हैं और उनकी तुलना स्वयं से करने लगते हैं, जिससे अवसाद हो सकता है

कैंसर और आंखों की रोशनी पर पड़ता है असर
एक अध्ययन में पता चला है कि सुबह टेलीफोन का इस्तेमाल करने से हमारी आंखों पर बुरा असर पड़ता है मोबाइल से निकलने वाली रोशनी सीधे आंखों में पड़ने से सिर भारी हो सकता है एकाग्रता कम है. साथ ही SmartPhone के लंबे समय तक इस्तेमाल से गर्दन में अकड़न, दर्द, मोटापा, कैंसर, विद्युत चुम्बकीय विकिरण, नींद की कमी और मस्तिष्क में परिवर्तन जैसी समस्याएं हो सकती हैं

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