ये 3 देसी नुस्खे फैटी लीवर की समस्या को जड़ से कर सकते हैं खत्म
आजकल फैटी लीवर की परेशानी बहुत आम हो चुकी है। खराब जीवन शैली और खराब खान-पान के कारण फैटी लीवर की परेशानी अब युवाओं के बीच भी आम हो चली है। इसके लिए एलोपैथ में कई प्रकार की दवाइयां मौजूद हैं। वहीं आयुर्वेद के माध्यम से अपने जीवन शैली में परिवर्तन करके भी हम फैटी लीवर को समाप्त कर सकते हैं।
इस विषय पर हजारीबाग के महेश सोनी चौक गोला रोड में स्थित पतंजलि अस्पताल के चिकित्सक जितेंद्र उपाध्याय बताते हैं कि फैटी लिवर कोई नयी परेशानी नहीं है। पूर्व के समय में भी लोग इससे काफी ग्रसित हुआ करते थे, लेकिन बदलते दौर में यह परेशानी अधेड़ उम्र के लोगों से हटकर युवाओं के बीच आम हो चुकी है। इसके पीछे का मुख्य कारण खराब जीवन शैली और खराब खान-पान है। खानपान और जीवन शैली में सुधार कर हम फैटी लीवर को समाप्त कर सकते हैं।
क्यों होती है फैटी लीवर की समस्या
उन्होंने कहा कि फैटी लिवर रोग में जब लिवर की कोशिकाओं में अधिक मात्रा में फैट इकट्ठा हो जाता है, तब फैटी लिवर की परेशानी होती है, जो लोग शराब का बहुत अधिक सेवन करते हैं, उन्हें यह रोग अधिक होती है। हालांकि, जो लोग शराब नहीं पीते हैं, उन्हें भी फैटी लिवर हो सकता है। इस रोग में लिवर में सूजन बढ़ने लगती है, जिससे लिवर खराब होने का भी खतरा रहता है।
ऐसे करें उपचार
उन्होंने आगे कहा कि फैटी लीवर से ग्रसित लोगों को अधिक तला भुना खाने से बचना है। साथ ही इसके इलाज के लिए निम्नलिखित तीन चीजों का सेवन कर सकते हैं।
1. आंवला: कमजोर पाचन और लिवर से जुड़ी समस्याओं में आंवला का सेवन बहुत फायदेमंद होता है। फैटी लिवर की परेशानी को ठीक करने के लिए आप सुबह खाली पेट आंवले के जूस का सेवन करें।
2. गिलोय: गिलोय एक ऐसी आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है, जिसका इस्तेमाल कई गंभीर समस्याओं के उपचार के लिए किया जाता है। लिवर से जुड़ी समस्याओं को ठीक करने में गिलोय बहुत कारगर है। इसके सेवन के लिए एक गिलास पानी को गर्म कर लें। इसमें एक चम्मच गिलोय का रस और थोड़ा सा शहद मिला कर ले सकते हैं।
3: एलोवेरा: एलोवेरा लिवर की कार्यक्षमता को बढ़ाता है और फैटी लिवर की रोग के उपचार में सहायता कर सकता है। इसके सेवन के लिए सुबह खाली पेट एक गिलास गर्म पानी के साथ एक चम्मच एलोवेरा जूस का सेवा कर सकते हैं