विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस बीमारी को लेकर अलर्ट कर दिया घोषित
लाइफस्टाईल न्यूज डेस्क।। कैंसर एक घातक रोग है जिसके मुद्दे बढ़ते ही जा रहे हैं। बढ़ते मामलों को देखते हुए डब्ल्यूएचओ ने भी इस रोग को लेकर अलर्ट घोषित कर दिया है। डब्ल्यूएचओ का बोलना है कि वर्ष 2050 तक पूरे विश्व में कैंसर के लगभग 35 मिलियन (3.5 करोड़) नए मुद्दे होंगे। ऐसे में इसका मतलब है कि अगले 3 दशकों में 3 करोड़ से अधिक लोग कैंसर से प्रभावित होंगे। रिपोर्ट्स की मानें तो वर्ष 2022 में कैंसर के 20 मिलियन मुद्दे मिलेंगे। साल 2050 तक इसके बढ़कर 77% होने की आशा है।
तम्बाकू, शराब, मोटापा जैसे कारण उत्तरदायी होंगेविश्व स्वास्थ्य संगठन की इंटरनेशनल एजेंसी फॉर रिसर्च ऑन कैंसर (आईएआरसी) अनुमानित वृद्धि में प्रमुख कारकों के रूप में तंबाकू, शराब, मोटापा और वायु प्रदूषण जैसे कारकों का हवाला देती है। बयान में, विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बोला कि 2050 में 35 मिलियन से अधिक नए कैंसर मामलों की भविष्यवाणी की गई है, जो 2022 में निदान किए गए लगभग 20 मिलियन मामलों से 77% अधिक है। इसमें बोला गया है कि तेजी से बढ़ता अंतरराष्ट्रीय कैंसर का बोझ जनसंख्या की उम्र बढ़ने और वृद्धि दोनों को दर्शाता है।
पंजाब केसरी
ये आंकड़े विश्व कैंसर दिवस से पहले जारी किए गए
विश्व कैंसर दिवस से पहले डब्ल्यूएचओ की कैंसर एजेंसी द्वारा जारी एक रिपोर्ट में ये आंकड़े सामने आए। आपको बता दें कि हर वर्ष 4 फरवरी को विश्व कैंसर दिवस मनाया जाता है। सर्वेक्षण 115 राष्ट्रों में आयोजित किया गया था जहां विश्व स्वास्थ्य संगठन ने उन राष्ट्रों के डेटा को देखा जहां कैंसर की रोकथाम और इलाज के लिए अधिक धन मौजूद नहीं है।
क्यों बढ़ रहे हैं कैंसर के मरीज?
2022 तक पूरे विश्व में कैंसर से 10 मिलियन (1 करोड़) मौतें होने की समाचार है। वहीं, 5 में से 1 आदमी को अपने जीवनकाल में कैंसर विकसित होने का खतरा भी माना जाता है। इन आँकड़ों के अनुसार, 9 में से 1 पुरुष और 12 में से 1 स्त्री की मौत कैंसर से होती है। डब्ल्यूएचओ ने कैंसर जैसे मामलों में वृद्धि के पीछे कुछ कारण भी बताए हैं
, बुढ़ापा और बुढ़ापा
, वायु प्रदूषण और पर्यावरणीय कारक
, तम्बाकू और शराब का सेवन
, मोटापा
एशियाई राष्ट्रों में, तंबाकू के सेवन और धूम्रपान के संपर्क में आने से कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। वहीं, पश्चिमी राष्ट्रों में अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड का सेवन और प्रोसेस्ड मीट के इस्तेमाल को भी कैंसर का मुख्य कारण माना जाता है।
कैसे करें बचाव?
नियमित जांच
कैंसर से बचाव के लिए नियमित जांच कराएं। यदि शरीर में किसी भी तरह का परिवर्तन दिखे तो चिकित्सक से राय लें और वास्तविक कारण जानने के बाद ही पूरा उपचार कराएं।
तम्बाकू से दूर रहें
तंबाकू के सेवन से विभिन्न प्रकार के कैंसर और कुछ गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा भी बढ़ जाता है। ऐसे में धूम्रपान से बचें।
सक्रिय होना
इससे बचाव के लिए नियमित व्यायाम करें। शारीरिक रूप से एक्टिव रहने से कैंसर का खतरा कम हो जाता है।
मोटापे की रोकथाम
आप स्वस्थ वजन बनाए रखकर भी कैंसर के खतरे को कम कर सकते हैं। अतिरिक्त वजन को नियंत्रित करने के लिए अच्छा आहार, स्वस्थ जीवनशैली और व्यायाम अपनाएं।
इन चीजों का सेवन न करें
, प्रोसेस्ड और अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड का सेवन न करें।
, रेड मीट और प्रोसेस्ड मीट भी न खाएं।
, अपने दैनिक आहार में फलियां, साबुत अनाज, ताजे फल और सब्जियां शामिल करें।
, संतृप्त वसा वाले खाद्य पदार्थों से बचें।